विषयसूची
प्राचीन इतिहास
मध्यकालीन इतिहास
आधुनिक इतिहास
Famous Tourist Place of Muzaffarpur
Muzaffarpur की Demography
मुजफ्फरपुर जिले के प्रमुख उद्योग
प्रमुख भाषा
प्रसिद्ध खेती
प्रमुख विश्वविद्यालय
History of Muzaffarpur: मुजफ्फरपुर बिहार का एक महत्वपूर्ण जिला है, और इस जगह को क्रांतिकारी भूमि के नाम से भी जाना जाता है. इसके साथ ही इसे पूरे भारत में ‘स्वीट सिटी’ की उपाधि भी दी गई है क्योंकि यहां लीची और आम की काफी वैरायटी पाई जाती है। वैसे मुजफ्फरपुर 18 वीं शताब्दी में अपने अस्तित्व में आया था। और इसका असली नाम मुजफ्फरपुर ब्रिटिश काल में राजस्व अधिकारी मुजफ्फर खान के नाम पर पड़ा था।
मुजफ्फरपुर जिला, जिसे ‘लीची की भूमि‘ के नाम से भी जाना जाता है, बिहार राज्य का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षेत्र है। इसका गठन 1 जनवरी 1875 को तत्कालीन बंगाल प्रेसीडेंसी के तिरहुत जिले के विभाजन से हुआ था, जिससे मुजफ्फरपुर और दरभंगा नामक दो नए जिले अस्तित्व में आए। आपको बताते प्रशासनिक सुविधा के लिए तिरु जिला का विभाजन किया गया था।
प्राचीन इतिहास
रामायण काल में, यह क्षेत्र विदेह राज्य का हिस्सा था. जहां राजा जनक का शासन हुआ करता था. वही माता सीता का जन्म स्थान सीतामढ़ी में हुआ था। भगवान बुद्ध और महावीर के समय में, यह क्षेत्र धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र था. विशेषकर वैशाली में, जो लिच्छवी गणराज्य की राजधानी थी।
मध्यकालीन इतिहास
मुजफ्फरपुर विभिन्न राजवंशों और शासकों के अधीन रहा जिसमें पाल, सेन, और तुगलक वंश शामिल हैं। ब्रिटिश शासन के दौरान यह क्षेत्र प्रशासनिक और राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बना। 1908 में युवा क्रांतिकारी खुदीराम बोस ने यहां ब्रिटिश अधिकारी किंग्सफोर्ड पर बम हमला किया, जिसके लिए उन्हें फांसी दी गई। उनकी स्मृति में मुजफ्फरपुर में एक स्मारक स्थापित है।
आधुनिक इतिहास
आधुनिक काल में मुजफ्फरपुर जिले मैं 1864 में नगर पालिका बना फिर 1972 में सीतामढ़ी और वैशाली को फिर मुजफ्फरपुर जिले से अलग कर अलग जिला बनाया गया वहीं आज मुजफ्फरपुर 1 जनवरी 2025 को, जिले ने अपने गठन के 150 वर्ष पूरे किए जो इसकी समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है।
Famous Tourist Place of Muzaffarpur
बाबा गरीब नाथ स्थान

यह मुजफ्फरपुर जिले का बहुत ही प्रमुख मंदिर या स्थान है जो भगवान शिव को समर्पित है और इसे बिहार का देवघर भी कहा जाता है | यहां दूर-दूर से लोग अपनी मन्नत मांगने,मुंडन करवाने के लिए आते हैं और सावन में यहां भक्तों की भीड़ उम्र बढ़ती है जो देखते ही बनता है।
लीची गार्डन
मुजफ्फरपुर पूरा अपने लिची गार्डन के नाम से ही फेमस है क्योंकि यहां लीची की अनेक किस्म और वैरायटी मिलते हैं और इतनी मीठी-लिखी आपको कहीं नहीं मिलेगी। यहां की लीची विश्व प्रसिद्ध है और मुजफ्फरपुर के झपरा, मुसहरी और बोघरा क्षेत्र में स्थित लीची बगान पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
रामचंद्र शाही संग्रहालय

यह संग्रहालय 1979 में स्थापित हुआ था और प्राचीन मूर्तियां, बर्तनों और अन्य कलाकृतियों का संग्रह है जो इतिहास में जो रुचि रखते हैं उनके लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
श्री चतुर्भुज मंदिर

यह मंदिर मुजफ्फरपुर का प्रमुख मंदिर है और पूरे भारत में मशहूर है तस्लीय मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और यहां की शालिग्राम प्रतिमा और अन्नकूट सबसे प्रसिद्ध है और बड़ी संख्या में यहां भक्तों की भीड़ उमराती है।
जुब्बा सहनी पार्क

मुजफ्फरपुर के स्वतंत्रता सेनानी जो बस आने के नाम पर यह पार्क बनाया गया है जहां फैमिली अपना समय व्यतीत करते हैं और यह प्रमुख पिकनिक स्पॉट भी है, यहां रंग-बिरंगे उद्यान और रंग-बिरंगे फाउंटेन आपका मन मोह लेते हैं।
Muzaffarpur की Demography
2011 की जनगणना के अनुसार, इस जिले की कुल जनसंख्या 48,01,062 थी, जिसमें पुरुषों की संख्या 25,27,497 और महिलाओं की संख्या 22,73,565 थी। इस प्रकार, लिंगानुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 900 महिलाओं का था साक्षरता दर की बात करें, तो कुल साक्षर व्यक्तियों की संख्या 25,09,232 थी, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 71.28% और महिला साक्षरता दर 54.67% थी।
मुजफ्फरपुर जिले के प्रमुख उद्योग
मुजफ्फरपुर जिले में सूती वास उद्योग और थर्मल पावर प्लांट है।
प्रमुख भाषा
यहां की भाषा हिंदी, वज्जिका और मैथिली है।
प्रसिद्ध खेती
मुजफ्फरपुर जिले की लीची, आम में जर्दालू आम, चावल में कतरनी और मगही पनम बहुत प्रसिद्ध है।
University of Muzaffarpur
मुजफ्फरपुर, बिहार का एक प्रमुख शैक्षणिक केंद्र है, जहां कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय और महाविद्यालय स्थित हैं। प्रमुख संस्थानों में शामिल हैं:
Babasaheb Bhimrao Ambedkar Bihar University (BRABU)
यह विश्वविद्यालय छाता चौक, मुजफ्फरपुर में स्थित है। यह क्षेत्र के उच्च शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र है। यहां दूर-दूर राज्यों से छात्र अध्ययन करने आते हैं।
Muzaffarpur Institute of Technology (MIT)
लक्ष्मी चौक, मुजफ्फरपुर में स्थित यह संस्थान इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है।
Shri Krishna Singh Medical College (SKMCH)
उमा नगर, मुजफ्फरपुर में स्थित यह कॉलेज चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाना जाता है।
Langat Singh College (LS College)
1899 में स्थापित यह महाविद्यालय बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय का एक अंगीभूत महाविद्यालय है और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
Rameshwar Mahavidyalaya of Muzaffarpur
यह महाविद्यालय भी क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान करने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। ये संस्थान मुजफ्फरपुर को बिहार के प्रमुख शैक्षणिक केंद्रों में से एक बनाते हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करते हैं।
History of Muzaffarpur: मुजफ्फरपुर बिहार का एक महत्वपूर्ण और सांस्कृतिक धरोहर स्थल है और इसकी पहचान विदेश तक है। यह बहुत ही शांत और व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला है।
इसे जरूर पढ़े-
मिथिला नगरी “दरभंगा” का इतिहास, बाढ़ से ग्रसित के बाद भी…
समस्तीपुर, बिहार जानिए इसका रोचक और गौरवशाली इतिहास…
गोपालगंज जिले के इतिहास से जुड़ा रहस्य, जानिए वो तथ्य जो अब तक थे अनकहे…
सिवान जिले का इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर, यहां पढ़ें पूरी जानकारी…