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History of Bahraaech
History of Bahraaech: उत्तर प्रदेश के बहराइच ज़िले का इतिहास प्राचीन, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बहुत समृद्ध है। इसका उल्लेख महाभारत, रामायण और बौद्ध ग्रंथों में भी मिलता है। आइए इस क्षेत्र के इतिहास को संक्षेप में समझते हैं:
प्राचीन काल
- बहराइच का प्राचीन नाम ‘भृगु-आश्रम‘ या ‘भृगुक्षेत्र‘ माना जाता है, जो ऋषि भृगु से जुड़ा हुआ है।
- यह क्षेत्र कोसल राज्य का हिस्सा था, जो भगवान राम के वंश से जुड़ा हुआ था।
- बुद्ध काल में यह क्षेत्र बौद्ध धर्म का भी एक प्रमुख केंद्र रहा है। यहाँ कई बौद्ध स्तूप और अवशेष मिले हैं।
मध्यकाल
- इस क्षेत्र पर विभिन्न राजाओं और मुस्लिम शासकों ने शासन किया।
- 11वीं शताब्दी में प्रसिद्ध मुस्लिम संत ग़ाज़ी मियां (सैयद सालार मसूद गाज़ी) यहाँ आए। उनकी दरगाह आज भी बहराइच में स्थित है और श्रद्धालुओं का बड़ा केंद्र है।
- उनका युद्ध स्थानीय राजाओं के साथ हुआ था, जिसे ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है।
ब्रिटिश काल
- 19वीं सदी में ब्रिटिश शासन के दौरान बहराइच को एक ज़िले के रूप में संगठित किया गया।
- यह क्षेत्र 1857 की स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय रहा। कई स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों ने इसमें भाग लिया।
आधुनिक काल
- स्वतंत्रता के बाद बहराइच एक जिला बना और धीरे-धीरे प्रशासनिक और सामाजिक विकास हुआ।
- यह जिला अब नेपाल की सीमा से सटा हुआ है और भारत-नेपाल संबंधों में भी इसका सामरिक महत्व है।
Famous Tourist place of Bahraaech
उत्तर प्रदेश के बहराइच ज़िला ऐतिहासिक और प्राकृतिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं:
कटरा बाजार

यह एक ऐतिहासिक बाजार क्षेत्र है जहाँ पारंपरिक वस्त्र, हस्तशिल्प और स्थानीय उत्पाद मिलते हैं। यहां की सांस्कृतिक विविधता देखने लायक है।
जरल्ड फॉल्स (जरदनिया झरना)

यह प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक झरना है, जो मानसून के समय बेहद खूबसूरत लगता है। यह स्थान पिकनिक और ट्रैकिंग के लिए भी उपयुक्त है।
कतरनियाघाट वन्यजीव अभयारण्य

यह अभयारण्य बहराइच का सबसे प्रमुख और चर्चित पर्यटन स्थल है। यहाँ बाघ, गैंडा, हिरण, घड़ियाल और कई प्रकार के पक्षी देखने को मिलते हैं। यहाँ गेरुआ नदी बहती है और नौकायन भी किया जा सकता है।
धोबी घाट

यह एक धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है जहाँ लोग स्नान और पूजा के लिए आते हैं, विशेष रूप से मेलों के समय यहाँ काफी भीड़ होती है।
बलरामपुर और श्रावस्ती के पास के बौद्ध स्थल

हालाँकि ये स्थल तकनीकी रूप से बहराइच के बाहर हैं, लेकिन पास होने के कारण बहराइच आने वाले पर्यटक अक्सर इन ऐतिहासिक बौद्ध स्थलों की भी यात्रा कर सकते हैं।
प्रमुख कृषि उत्पाद
बहराइच की उपजाऊ भूमि और अनुकूल जलवायु के कारण यहाँ विविध फसलों की खेती होती है:
- धान और गेहूँ: बहराइच से कृषि प्रधान जिला है और धन और गेहूं यहां बड़े पैमाने पर पैदावार की जाती है।
- गन्ना: गाना यहां का प्रमुख नगदी फसल है और इसका उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है।
- मक्का: मक्का उत्पादन में बहराइच सबसे अग्रणी है और इसका भी बाहर विदेशों में होता है।
- दलहन और तिलहन:
- फल और सब्जियाँ:
- रेशम उत्पादन (सेरीकल्चर): रेशम उत्पादन भी यहां जोर-शोर से होता है और इसको विस्तृत रूप देने के लिए का योजनाएं भी चलाई जा रही हैं।
प्रमुख उद्योग और हस्तशिल्प
बहराइच में कृषि आधारित उद्योगों के साथ-साथ हस्तशिल्प और पारंपरिक उद्योग भी विकसित हुए हैं:
- चीनी मिलें
- गेहूँ डंठल हस्तशिल्प
- खाद्य प्रसंस्करण
- लकड़ी और फर्नीचर उद्योग
- ईंट भट्टे और कागज उद्योग
- 🐄पशुपालन और मत्स्य पालन
जनसांख्यिकी (Demography)
उत्तर प्रदेश भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है। इसके जनसंख्या, जनसंख्या घनत्व, लिंगानुपात, साक्षरता दर और पंचायत व्यवस्था से संबंधित जानकारी निम्नलिखित है:
जनसंख्या (Population)
- कुल जनसंख्या (2011 की जनगणना अनुसार): लगभग 19.98 करोड़ (199.8 million)
- 2025 तक अनुमानित जनसंख्या लगभग 24 करोड़ से अधिक हो सकती है।
जनसंख्या घनत्व (Population Density)
- 828 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (2011 की जनगणना के अनुसार)
- यह भारत में सबसे अधिक घनत्व वाले राज्यों में से एक है।
लिंगानुपात (Sex Ratio)
- 912 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष (2011 के अनुसार)
- यह राष्ट्रीय औसत से थोड़ा कम है, लेकिन इसमें सुधार की आवश्यकता है।
साक्षरता दर (Literacy Rate)
- कुल साक्षरता दर: लगभग 67.68%
- पुरुष: लगभग 77.28%
- महिलाएं: लगभग 57.18%
- यह दर राष्ट्रीय औसत से कम है।
History of Bahraaech का पंचायत व्यवस्था
उत्तर प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत व्यवस्था लागू है:
- ग्राम पंचायत (Village level): ग्रामों में स्थानीय प्रशासन
- क्षेत्र पंचायत / विकास खंड (Block level): ब्लॉक स्तर पर प्रशासनिक इकाई
- जिला पंचायत (District level): जिले की सर्वोच्च पंचायत निकाय
- ग्राम पंचायतों की संख्या: लगभग 59,000 से अधिक
- जिला पंचायतों की संख्या: 75 (हर जिले में एक)
- बहराइच जिला कृषि, उद्योग और हस्तशिल्प के क्षेत्र में विविधता से परिपूर्ण है। हालंकी यह उत्तर प्रदेश का छोटा सा जिला है लेकिन उन्नत और प्रगतिशील है।
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