Saturday, August 2, 2025
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History of Basti: प्राचीन अवध से आधुनिक प्रशासन तक की पूरी कहानी यहां जानें…

History of Basti

History of Basti: उत्तर प्रदेश का बस्ती ज़िला एक महत्वपूर्ण जिला है और ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसका इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है और अनेक धार्मिक तथा ऐतिहासिक घटनाओं से प्रभावित रहा है। बस्ती जिले के इतिहास की विस्तारपूर्वक जानकारी विस्तार से निचे दी गई है!


प्राचीन इतिहास

  • रामायण कालीन संबंध:
    बस्ती का संबंध भगवान राम के काल से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि जब भगवान राम वनवास गए थे, तब उनके गुरु वशिष्ठ ने बस्ती क्षेत्र में ही अपने आश्रम की स्थापना की थी। इस कारण यह स्थान “वशिष्ठी” नाम से जाना जाता था, जो बाद में अपभ्रंश होकर बस्ती बन गया। ऐसी मान्यता है कि 16वीं शताब्दी में राजा कलहन ने बस्ती की स्थापना की थी |
  • महाभारत कालीन संबंध:
    बस्ती क्षेत्र को महाभारत काल में भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे कुशावती नगरी के रूप में वर्णित किया गया है, जो राजा कुश (भगवान राम के पुत्र) की राजधानी थी।

मध्यकालीन इतिहास (History of Basti)

  • बौद्ध और मौर्य काल:
    बस्ती क्षेत्र में बौद्ध धर्म का भी प्रभाव रहा है। अशोक महान के समय यह क्षेत्र बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार का एक केंद्र बन गया था। यहां कई बौद्ध मठ और स्तूप स्थापित किए गए थे।
  • गुप्त काल:
    गुप्त साम्राज्य के दौरान भी यह क्षेत्र शिक्षा और संस्कृति का केंद्र रहा। उस समय बस्ती में व्यापार और कला खूब फली-फूली।

मुस्लिम शासनकाल और मुगल काल

  • मुस्लिम शासनकाल में बस्ती क्षेत्र पर स्थानीय राजाओं और मुगलों के बीच संघर्ष होते रहे। इस काल में बस्ती का राजनीतिक महत्व कम हुआ लेकिन सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान बनी रही।

ब्रिटिश शासनकाल (History of Basti)

  • 1857 की क्रांति:
    बस्ती जिला 1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में भी सक्रिय रहा। यहाँ के लोगों ने अंग्रेज़ों के खिलाफ आंदोलन किए। बस्ती के स्वतंत्रता सेनानी जैसे रघुनाथ सिंह, दीनदयाल उपाध्याय (भविष्य में राष्ट्रीय नेता बने) आदि का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। सन 1861 इसी में बस्ती तहसील में तब्दील हुआ और 1865 इसी में यह जिला मुख्यालय बना|
  • 19वीं सदी में बस्ती क्षेत्र को प्रशासनिक रूप से संगठित किया गया और इसे ज़िला घोषित किया गया। इसे पहले गोरखपुर ज़िले का भाग माना जाता था, परंतु बाद में यह स्वतंत्र जिला बना।

Tourist Place of Basti District UP

धार्मिक स्थल

श्रृंगीनारी

यह शहर से 5 किलोमीटर दूर स्थित है और राजा श्रृंगी का यहां पर आश्रम है और हर मंगलवार को यहां भक्तों की भी जमा होती है।

भदेश्वर नाथ मंदिर
Bhadeshwar Nath Temple Basti

कोनार नदी तट पर स्थितियां शिव मंदिर रावण द्वारा स्थापित किया गया बताया जाता है और शिवरात्रि को यहां पर बहुत बड़ा मेला लगता है।

बाराह छतर

कोना नदी के तट पर स्थित यह बड़ा मंदिर है और ऐसा कहा जाता है की पुरानी ग्रंथो में इसका नाम वियाग्रापूरी था।

प्राकृतिक और मनोरंजन स्थल

राष्ट्रीय वन चेतना केंद्र (संत रविदास वन विहार)

Sant Ravidas Van Vihar Basti

गणेशपुर गांव में स्थित है और बच्चों के आकर्षण का केंद्र है जहां जाकर लोग नौकायन का आनंद लेते हैं।

चांदो ताल

शहर में नगर पालिका द्वारा स्थापित किया यह पार्क लोगों की आकर्षण का केंद्र है और लोग यहां मनोरंजन करने और टाइम स्पेंड करने आते हैं।

कतेश्वर पार्क

शहर में स्थापित या पार्क बहुत ही सुंदर पार्क है और यहां बच्चे खेलने और लोग अपना समय बिताने आते हैं।

ऐतिहासिक स्थल

छावनी बाजार

यह बाजार 1857 के विद्रोह की याद दिलाता है जहां पर कई स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी गई थी|

अमोढ़ा

यह राजा जालम सिंह के द्वारा स्थापित किया गया था जहां भगवान राम की की कथा प्रचलित है और राम यात्रा से भी इसे जोड़ा गया है।

धिरौली बाबू

घाघरा नदी के तट पर स्थित या गांव स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा गया जहां कहीं स्वतंत्रता सेनानियों ने बलिदान दिया। बस्ती जिले में इन स्थलों की यात्रा करके आप धार्मिक आस्था, ऐतिहासिक गौरव और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कर सकते हैं।

प्रमुख कृषि (Famous Agriculture of Basti District UP)

  • गन्ना: यह इस जिले का प्रमुख नगदी फसल है जिसकी खेती 67000 हेक्टेयर में होती है।
  • धान: यह भी बहुत महत्वपूर्ण फसल है जिसकी खेती 19300 हेक्टेयर में होती है।
  • गेहूं, मक्का, जौ, आलू और दालें: यह भी महत्वपूर्ण फसल है जिसकी पैदावार बस्ती जिले में होती है, इसके अलावा केले की खेती का भी पैदावार नए रूप में इस जिले में शुरू हुआ है।
उद्योग और कुटीर उद्योग (Major industries and cottage industries of Basti District UP)
  • काष्ठ कला (फर्नीचर उद्योग): बस्ती जिले के फर्नीचर उद्योग सबसे पुराना है और महत्वपूर्ण है और इस फर्नीचर उद्योग में इस जिले के कई लोगों को रोजगार प्रदान भी किया है।
  • सिरका उत्पादन: गन्ने से सिरका बनाने का काम भी इस जिले में शुरू हुआ है इसमें दो से पांच प्रतिशत लोगों को भी रोजगार मिला है।
  • अन्य उद्योग: इन उद्योगों के अलावा यहां चीनी उद्योग,साबुन उद्योग, ईंट भट्टी, मोमबत्ती बनाने का काम,मिट्टी से बर्तन बनाने का काम,रबड़ उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है।
  • कृषि विज्ञान केंद्र – बस्ती जिले का यह विज्ञान केंद्र किसानों को नई तकनीक, उन्नत बीज और फसल प्रबंधन नहीं तकनीक को समझता है और खासकर यह आम की 19 प्रजातियों उत्पादन के लिए मशहूर है।

प्रमुख खाद्य पदार्थ (Famous food of Basti District UP)

  • धान और गेहूं आधारित व्यंजन: यहां धन और गेहूं की पैदावार बहुत होती है इसलिए इनसे संबंधित सभी व्यंजन यहां बनाए जाते हैं।
  • दाल और सब्जियाँ: सब्जियां भी बहुत है इतनी होती है इसलिए जो भी सिग्नल सब्जियां है वह यहां खाने पीने में उपयोग की जाती है।
  • मिठाइयाँ: यहां की पारा जलेबी और बर्फी का भी प्रसिद्ध है और खास और सरिया शादी विवाह या अन्य समारोह में बनाए जाते हैं।
  • मांसाहारी व्यंजन: हालांकि बस्ती जिले में सरकारी व्यंजन चला प्रसिद्ध है लेकिन फिर भी जो लोग मांसाहारी हैं वहां मटन कोरमा मटन कीमा प्रसिद्ध है।

सांस्कृतिक प्रभाव

  • आज बस्ती जिला पूर्वांचल क्षेत्र का हिस्सा है और कृषि, शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियों में अग्रणी है।
  • सांस्कृतिक दृष्टि से, यहाँ अनेक त्योहार, मेले, और धार्मिक आयोजन होते हैं।
  • राजनीतिक दृष्टि से, बस्ती ने कई बड़े नेताओं को जन्म दिया है, जिन्होंने राज्य और देश की राजनीति में भूमिका निभाई है।

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Raushan Singh
Raushan Singhhttp://thesamastipur.in
I am a passionate blogger from Samastipur, Bihar. Since childhood, I had a desire to do something for my village, society and country, which I am trying to fulfill through "The Samastipur" platform. Please give your blessings to help roar.
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