History of Begusarai: बेगूसराय बिहार राज्य का एक महत्वपूर्ण जिला है, जो अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राजनीति और औद्योगिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह जिला बिहार के उत्तर-मध्य भाग में स्थित है और इसकी गिनती राज्य के प्रमुख औद्योगिक और बौद्धिक केंद्रों में होती है इसके साथ ही यह गंगा नदी के उत्तर किनारे पर स्थित है। यहाँ का इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा हुआ है।
बेगूसराय का प्राचीन इतिहास
बेगूसराय क्षेत्र का संबंध प्राचीन मगध साम्राज्य से रहा है। यह क्षेत्र कभी अंग महाजनपद का हिस्सा था, जो महाभारत काल में कर्ण की राजधानी चंपा के अंतर्गत आता था। गंगा नदी के किनारे बसे होने के कारण यह स्थान व्यापार और संस्कृति का केंद्र रहा है।
मध्यकालीन इतिहास
मध्यकाल में यह क्षेत्र पाल और सेन वंश के शासन में रहा। इस दौरान यहाँ बौद्ध धर्म और हिन्दू धर्म के विभिन्न स्वरूपों का विकास हुआ। मुग़ल शासन के दौरान भी यह इलाका व्यापारिक मार्ग के रूप में महत्वपूर्ण था। इस काल में यहाँ की अर्थव्यवस्था कृषि और व्यापार पर आधारित थी।
History of Begusarai: ब्रिटिश काल और स्वतंत्रता संग्राम
ब्रिटिश शासन के दौरान बेगूसराय जिला बंगाल प्रेसिडेंसी के अंतर्गत आता था। 19वीं शताब्दी में इस क्षेत्र में नील की खेती होती थी और अंग्रेजों ने इसे अपने व्यापार का केंद्र बनाया था। महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुए स्वतंत्रता संग्राम में बेगूसराय के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यहाँ के स्वतंत्रता सेनानी जैसे बाबू ब्रजकिशोर नारायण, यदुनंदन शर्मा और अन्य कई क्रांतिकारियों ने स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया।
आधुनिक इतिहास और औद्योगिक विकास
बेगूसराय 1870 में मुंगेर जिले का एक अनुमंडल था, जिसे 1972 में पूर्ण रूप से एक स्वतंत्र जिला बना दिया गया। स्वतंत्रता के बाद, यह जिला औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरा, खासकर बरौनी तेल रिफाइनरी और थर्मल पावर स्टेशन के कारण। बरौनी औद्योगिक क्षेत्र बिहार के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्रों में से एक है।
संस्कृति और परंपरा
बेगूसराय को “बिहार का लेनिनग्राद” भी कहा जाता है, क्योंकि यह जिला वामपंथी राजनीति का गढ़ रहा है। यहाँ मैथिली, अंगिका और हिंदी भाषाएं बोली जाती हैं। छठ पूजा, दुर्गा पूजा, रामनवमी, और मकर संक्रांति यहाँ के प्रमुख त्योहार हैं।
शिक्षा और साहित्यिक योगदान
बेगूसराय साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी रहा है। यह प्रसिद्ध हिंदी कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की जन्मभूमि है। यहाँ कई शैक्षणिक संस्थान हैं, जिनमें बेगूसराय कॉलेज, बरौनी रिफाइनरी डीएवी स्कूल और अन्य प्रमुख शिक्षण संस्थान शामिल हैं। साथ ही बिहार के पहले चीफ मिनिस्टर और आधुनिक बिहार के निर्माता डॉक्टर श्री कृष्णा सिन्हा की यह कर्मभूमि है | इसके अलावा बिहार को जिला शारदा सिन्हा का गृह जिला भी है|
पर्यटन स्थल :- बेगूसराय जिले की कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल निम्नलिखित है

- कावर झील – यह एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों में से एक है और प्रवासी पक्षियों का प्रमुख केंद्र है।
- जयमंगला गढ़ – यह एक प्राचीन हिन्दू मंदिर स्थल है जो ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है।
- नावकोठी दुर्गा स्थान – धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से प्रसिद्ध स्थान है।
जनसंख्या और जनसांख्यिकी:
2011 की जनगणना के अनुसार, बेगूसराय की कुल जनसंख्या लगभग 33 लाख थी, जिसमें 52% पुरुष और 48% महिलाएं शामिल थीं। यहां की औसत साक्षरता दर 65% है, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 71% और महिला साक्षरता दर 41% है। जिले की जनसंख्या वृद्धि दर वार्षिक 2.3% रही है।
शिक्षा संस्थान: बेगूसराय में कई प्रमुख शैक्षणिक संस्थान हैं-
- गणेश दत्त महाविद्यालय
- स्वर्गीय विश्वनाथ सिंह शर्मा महाविद्यालय
- श्री कृष्ण महिला कॉलेज
- चंद्रमा असरफी भागीरथ सिंह कॉलेज, खमहार
- एपीएसएम कॉलेज, बरौनी
- आरसीएस कॉलेज, मंझौल
बेगूसराय, बिहार का एक महत्वपूर्ण जिला है, जो अपने खान-पान और उद्योग-धंधों के लिए प्रसिद्ध है।
Begusarai का प्रमुख Food
बेगूसराय का खान-पान बिहार की पारंपरिक व्यंजनों से प्रभावित है। यहाँ के लोग शुद्ध देशी और मसालेदार भोजन पसंद करते हैं।
- लिट्टी-चोखा – यह बिहार की पहचान है और बेगूसराय में भी खूब खाया जाता है।
- घुघनी-चूड़ा – चने की सब्जी (घुघनी) के साथ चूड़ा (पोहा) बहुत पसंद किया जाता है।
- माछ-भात – चावल और मछली करी, यहाँ के लोगों का प्रिय भोजन है।
- ठेकुआ – खासतौर पर छठ पूजा के दौरान बनने वाला मीठा पकवान।
- सत्तू पराठा – सत्तू से भरी हुई पराठा जो स्वास्थ्यवर्धक भी होती है।
- अनरसा – चावल के आटे और गुड़ से बनी मीठी डिश।
- बालूशाही और खाजा – यह मिठाइयाँ यहाँ के बाजारों में खूब मिलती हैं।
प्रमुख उद्योग-धंधे:
बेगूसराय को “बिहार का रुड़की” भी कहा जाता है क्योंकि यह औद्योगिक रूप से विकसित जिला है।
- बरौनी तेलशोधन कारखाना – यह भारत की सबसे पुरानी और प्रमुख तेल रिफाइनरी में से एक है।
- फर्टिलाइजर इंडस्ट्री – यहाँ खाद और उर्वरक का बड़ा कारखाना है।
- थर्मल पावर प्लांट – बरौनी में बिजली उत्पादन का बड़ा केंद्र स्थित है।
- डेयरी उद्योग – यहाँ दूध और दुग्ध उत्पादों से जुड़ी कई डेयरियाँ हैं।
- लकड़ी और फर्नीचर उद्योग – यहाँ फर्नीचर और लकड़ी का अच्छा व्यापार होता है।
- कृषि आधारित उद्योग – चावल मिल, आटा मिल, तेल मिल जैसे छोटे-बड़े उद्योग यहाँ हैं।
- हथकरघा और कपड़ा उद्योग – कई छोटे स्तर पर सिलाई-बुनाई और हथकरघा उद्योग चलते हैं।
बेगूसराय अपनी औद्योगिक शक्ति और पारंपरिक व्यंजनों के लिए पूरे बिहार में प्रसिद्ध है।
History of Begusarai: बेगूसराय जिला अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और औद्योगिक महत्व के कारण बिहार के प्रमुख जिलों में शामिल है। यहाँ का इतिहास स्वतंत्रता संग्राम, औद्योगीकरण और सांस्कृतिक विकास से जुड़ा हुआ है। आज यह जिला बिहार की अर्थव्यवस्था और राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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