Sunday, August 3, 2025
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History of Chandauli: चंद्र वंश से लेकर स्वतंत्र भारत तक की ऐतिहासिक यात्रा…

History of Chandauli

उत्तर प्रदेश के चंदौली ज़िले का इतिहास समृद्ध और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह जिला वाराणसी के पास स्थित है और इसकी स्थापना 20 मई 1997 को हुई थी। इसे वाराणसी ज़िले से अलग करके नया ज़िला बनाया गया था। यहां का इतिहास वाराणसी और मिर्ज़ापुर के ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ा रहा है। चंदौली क्षेत्र पहले वाराणसी रियासत का हिस्सा था और यह क्षेत्र स्वतंत्रता संग्राम के समय कई आंदोलनों का केंद्र रहा।

प्रमुख ऐतिहासिक बिंदु

  1. स्वतंत्रता संग्राम में योगदान: चंदौली के कई गांवों और स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत के आज़ादी आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यहां के कई लोग 1857 की क्रांति और बाद के आंदोलनों में शामिल थे।
  2. नक्सल प्रभावित क्षेत्र: चंदौली ज़िले के दक्षिणी हिस्से में जंगल और पहाड़ी इलाक़े हैं, जो कभी-कभी नक्सल गतिविधियों से प्रभावित रहे हैं। हालांकि अब वहाँ स्थिति नियंत्रण में है।
  3. धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: यह क्षेत्र गंगा नदी और वाराणसी के पास होने के कारण धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहां कई छोटे मंदिर और स्थानीय धार्मिक स्थल हैं।
  4. राजनीतिक इतिहास: चंदौली ज़िले ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी अच्छा योगदान दिया है। कई विधायक और सांसद यहां से चुनकर आए हैं।

Top tourist spots in Chandauli UP

चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य (Chandraprabha Wildlife Sanctuary Chandauli)
Chandraprabha Wildlife Sanctuary Chandauli

यह अभयारण्य 78 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ और यहां हर तरह के वन्य जीव देखे जा सकते हैं, अक्सर इसका दूध उठाने वाले पर्यटक यहां आते हैं।

राजदरी और देवदरी जलप्रपात (Rajdari and Devdari Falls Chandauli)
Rajdari and Devdari Falls Chandauli

यह जलप्रपात अपने प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है जिसमें रसदारी जलप्रपात जो है वह गिरते हुए झड़ने के लिए प्रसिद्ध है जबकि देवधारी जलप्रपात शान जलप्रपात है और देखने में बेहद ही खूबसूरत प्रतीत होता है।

लतीफ शाह बांध (Latif Shah Dam Chandauli)
Latif Shah Dam Chandauli

यह बांध 1921 ईस्वी में बना तारीख से भारत के सबसे पुराने बांधों में से एक माना जाता है| बहुत खूबसूरत दिखने वाला यह बांध पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

चकिया काली मंदिर (Chakia Kali Temple Chandauli)
Chakia Kali Temple Chandaul

यह मंदिर चकिया में स्थित है और माता काली और भगवान शिव को समर्पित है जहां नवरात्रों और सोमवार के दिन काफी भीड़ जमा होती है।

बाबा लतीफ शाह की मजार (Tomb of Baba Latif Shah Chandauli)

हजरत लतीफ साबिर रहमतुल्ला की समाधि है और श्रद्धालुओं के लिए बेहद धार्मिक और पवित्र स्थल है।

प्रमुख कृषि गतिविधियाँ (History of Chandauli)

  1. धान (चावल) की खेती:
    • यह क्षेत्र धान उत्पादन के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
    • यहाँ की मिट्टी और सिंचाई व्यवस्था धान के लिए उपयुक्त है।
  2. गेहूं:
    • रबी फसल के रूप में गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर होती है।
  3. गन्ना:
    • गन्ने की खेती भी यहाँ एक महत्वपूर्ण फसल के रूप में होती है।
  4. दलहन और तिलहन फसलें:
    • अरहर, मसूर, सरसों आदि की खेती भी होती है।
  5. सब्ज़ी और फल उत्पादन:
    • टमाटर, आलू, बैंगन, हरी मिर्च, तथा आम, कटहल, अमरूद जैसे फलों की भी खेती होती है।

प्रमुख उद्योग और धंधे

  1. धान मिल (राइस मिल):
    • चावल की प्रोसेसिंग के लिए यहाँ कई राइस मिलें हैं।
  2. गुड़ और शक्कर उद्योग:
    • गन्ने से गुड़ और देशी शक्कर बनाने के छोटे उद्योग प्रचलित हैं।
  3. कुटीर उद्योग:
    • हस्तशिल्प, बुनाई, लकड़ी के सामान, घरेलू उत्पाद आदि छोटे स्तर पर चलते हैं।
  4. मछली पालन और डेयरी:
    • कुछ क्षेत्रों में मछली पालन और दुग्ध उत्पादन भी स्थानीय आय का स्रोत है।
  5. बाजार और व्यापार:
    • कृषि उत्पादों की खरीद-फरोख्त के लिए मंडियाँ और हाट-बाजार सक्रिय हैं।

जनसांख्यिकी (Demography)

जनसंख्या और जनसंख्या घनत्व (2011 जनगणना):

  • कुल जनसंख्या: 19,52,757
    • पुरुष: 10,17,905
    • महिला: 9,34,35
  • जनसंख्या घनत्व: 769 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर

लिंगानुपात: 1000 पुरुष पर 918 महिलाएं

साक्षरता दर: 71.48

  • पुरुष की साक्षरता दर 81.72% है जबकि महिला की साक्षरता 10 60.35% है

चंदौली का प्रसिद्ध खाना क्या है? (Famous food of Chandauli)

प्रमो का खानपान चंदौली ज़िले की पारंपरिक और स्थानीय सांस्कृतिक विशेषताओं को दर्शाता है। चंदौली ज़िला उत्तर प्रदेश में स्थित है और यह पूर्वांचल क्षेत्र का हिस्सा है, जहाँ का खानपान सामान्यतः भोजपुरी संस्कृति से प्रभावित होता है। यहाँ कुछ प्रमुख खानपान की चीज़ें दी गई हैं:

लिट्टी-चोखा
  • यह इस क्षेत्र की सबसे लोकप्रिय डिश है।
  • लिट्टी गेहूं के आटे से बनी होती है, जिसमें सत्तू (भुना चना का आटा), लहसुन, मिर्च और सरसों का तेल भरा होता है।
  • चोखा आलू, बैंगन या टमाटर से बनता है।
सत्तू
  • सत्तू यहाँ के खानपान में बहुत खास है। इसे पानी में घोलकर नमक, नींबू और प्याज मिलाकर पिया जाता है (सत्तू का शरबत)।
  • गर्मी के मौसम में यह बहुत लोकप्रिय होता है।
कचौड़ी-सब्ज़ी
  • सुबह के नाश्ते में आमतौर पर कचौड़ी और आलू की मसालेदार सब्ज़ी खाई जाती है।
धान्य आधारित भोजन
  • चावल और दाल का कॉम्बिनेशन रोज़ाना के भोजन में आम है।
  • साथ में सब्ज़ियाँ जैसे भिंडी, आलू, टिंडा, लौकी आदि बनती हैं।
मिठाइयाँ
  • स्थानीय मिठाइयों में खुर्मी, ठेकुआ, पुआ, और गुड़ से बनी चीज़ें प्रमुख हैं, खासकर त्योहारों में।

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कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान (College, University, Educational Institute)

History of Chandauli: चंदौली जिले में ये संस्थान छात्रों को विविध क्षेत्रों में शिक्षा प्राप्त करने के अवसर प्रदान करते हैं, जिससे वे अपने करियर में सफलता प्राप्त कर सकें। चंदौली जिला उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला है और धीरे-धीरे यह विकास की ओर अग्रसर है।

Raushan Singh
Raushan Singhhttp://thesamastipur.in
I am a passionate blogger from Samastipur, Bihar. Since childhood, I had a desire to do something for my village, society and country, which I am trying to fulfill through "The Samastipur" platform. Please give your blessings to help roar.
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