विषयसूची
History of Etawah
प्राचीन इतिहास
History of Etawah का Medieval History
आधुनिक इतिहास (Modern History)
भूगोल और संस्कृति (Geography and Culture)
Famous Tourist Place in Etawah
उद्योग और धंधे
कृषि
खान पान (Food)
जनसंख्यकी (Demography)
प्रमुख कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान
इटावा का इतिहास (History of Etawah)
History of Etawah: उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक जिला है, जिसकी जड़ें प्राचीन काल तक फैली हुई हैं। यह जिला ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है।
प्राचीन इतिहास (Anciant History)
इटावा का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों में मिलता है। यह क्षेत्र पौराणिक काल में पंचाल और यदुवंशी राज्यों का हिस्सा था। महाभारत काल में इसे यदुवंशी राजाओं के अधीन माना जाता था।
History of Etawah का Medieval History
मुगल काल में इटावा एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक केंद्र था। फिरोज शाह तुगलक ने 14वीं शताब्दी में इसे एक विकसित नगर के रूप में स्थापित किया। अकबर के शासनकाल में यह आगरा प्रांत के अंतर्गत था और यहाँ एक प्रमुख सैन्य ठिकाना था।
आधुनिक इतिहास (Modern History)
1857 के स्वतंत्रता संग्राम में इटावा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यहाँ क्रांतिकारियों और ब्रिटिश सेना के बीच कई संघर्ष हुए। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भी इटावा के लोगों ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में कई आंदोलनों में भाग लिया।
भूगोल और संस्कृति (Geography and Culture)
इटावा चंबल और यमुना नदियों के संगम के पास स्थित है, जिससे यह कृषि और जल संसाधनों के लिए समृद्ध क्षेत्र है। यहाँ का इटावा सफारी पार्क प्रसिद्ध है, जो एशिया का सबसे बड़ा वाइल्डलाइफ सफारी पार्क है।
Famous Tourist Place in Etawah
इटावा सफारी पार्क (Etawah Safari Park): यह फनी प्रमुख के लिए एक प्रमुख आकर्षण जगह है जहां शेर के साथ के जंगली जानवरों को देख सकते हैं।

राजा सुमेर सिंह किला (Raja Sumer Singh Fort): यह ऐतिहासिक किला इटावा के समृद्ध इतिहास का प्रतीक है और वास्तु कला प्रेमी के लिए घूमने की जगह है।

विक्टोरिया पार्क (Victoria Park): सर के बीचो-बीच अवस्थित या पार्क लोगों के लिए मनोरंजन और विश्राम की जगह है।

कालीवाहन मंदिर : योर प्राचीन मंदिर है और देवी काली माता को समर्पित है और सालों बाद यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।
भारेश्वर महादेव मंदिर (Baleshwar Mahadev Temple): चंबल और यमुना नदी के पांच सुचित्रा मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र: जैन धर्म को समर्पित या मंत्री अपनी वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है।
इस्कॉन मंदिर (ISKCON Temple): एटा में स्थित इस्कॉन मंदिर भक्तों के आस्था और आध्यात्मिक साधन का प्रतीक है।

सरसई नावर झील: यह छोटा सा झील पक्षी प्रेमियों के लिए प्रसिद्ध है जहां क्रेन और कई जल पक्षी विचरण करते दिखाई पड़ते हैं।
10. लखना देवी मंदिर: यह मंदिर माता लखना देवी को समर्पित है और इसके पीछे कहानी कहानी जुड़ी हुई है।
उद्योग और धंधे
- चमड़ा उद्योग: इटावा में चमड़ा उद्योग काफी प्रसिद्ध है, जहाँ जूते-चप्पल और अन्य चमड़े के उत्पाद बनाए जाते हैं।
- हथकरघा और कपड़ा उद्योग: यहाँ पारंपरिक हथकरघा उद्योग भी विकसित हुआ है, जिसमें स्थानीय कारीगर उत्कृष्ट कपड़े और वस्त्र बनाते हैं।
- दूध और दुग्ध उत्पाद: इटावा और आसपास के क्षेत्र दूध उत्पादन के लिए जाने जाते हैं, जहाँ कई दुग्ध प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थित हैं।
- लकड़ी और फर्नीचर उद्योग: इटावा में लकड़ी से बने फर्नीचर और अन्य हस्तशिल्प उत्पाद भी बनाए जाते हैं।
- छोटे और मध्यम उद्योग: शहर में कई छोटे और मध्यम स्तर के उद्योग भी कार्यरत हैं, जैसे लघु-मोटर पार्ट्स निर्माण और खाद्य प्रसंस्करण।
कृषि
- गेहूं और चावल: इटावा की उपजाऊ भूमि में मुख्य रूप से गेहूं और चावल की खेती की जाती है।
- दलहन और तिलहन: मटर, चना, मसूर जैसी दालों के अलावा सरसों और तिल की खेती भी प्रमुखता से होती है।
- आम और अन्य फल: आम, अमरूद और नींबू जैसे फलों की भी अच्छी पैदावार होती है।
- सब्जी उत्पादन: आलू, प्याज, टमाटर, गोभी जैसी सब्जियाँ भी यहाँ उगाई जाती हैं।
- पशुपालन और मत्स्य पालन: दूध उत्पादन और मछली पालन भी यहाँ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इटावा में कृषि और उद्योग दोनों का संतुलित विकास हो रहा है, जिससे यह जिला आर्थिक रूप से सशक्त हो रहा है।
खान पान (Food)
इटावा, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है, जहाँ का खानपान उत्तर भारतीय और अवधी व्यंजनों से प्रभावित है। यहाँ के कुछ प्रसिद्ध भोजन और मिठाइयाँ इस प्रकार हैं:
नमकीन और स्ट्रीट फूड
- कचौरी और सब्जी– मसालेदार उड़द दाल की कचौरी के साथ आलू की सब्जी बहुत पसंद की जाती है।
- समोसा– आलू, मटर और मसालों से भरा हुआ कुरकुरा समोसा इटावा की मशहूर स्ट्रीट फूड में से एक है।
- चाट और गोलगप्पे– टिक्की, दही भल्ला और पानीपुरी (गोलगप्पे) यहाँ के स्थानीय बाजारों में खूब मिलते हैं।
- बेडई-पूरी– उत्तर भारत की तरह यहाँ भी बेड़ई (एक तरह की मसालेदार कचौरी) पूरी और सब्जी के साथ खाई जाती है।
मिठाइयाँ
- पेड़ा – यहाँ का पेड़ा बहुत प्रसिद्ध है, जो मावा और चीनी से बनाया जाता है।
- लड्डू – बूंदी और बेसन के लड्डू खास तौर पर त्यौहारों और शुभ अवसरों पर बनाए जाते हैं।
- जलेबी – गरमा-गरम जलेबी को अक्सर सुबह के नाश्ते में कचौरी के साथ खाया जाता है।
- कलाकंद – दूध से बनने वाली यह मिठाई भी इटावा में लोकप्रिय है।
पारंपरिक व्यंजन
- बथुआ पराठा – सर्दियों में बथुआ पराठा के साथ सफेद मक्खन या दही बहुत पसंद किया जाता है।
- दाल-बाटी चूरमा – यह राजस्थान से प्रभावित एक लोकप्रिय व्यंजन है, जिसे शुद्ध घी में परोसा जाता है।
- मटर पुलाव – हरे मटर के साथ बने इस पुलाव का स्वाद यहाँ के लोग बहुत पसंद करते हैं।
इटावा में आपको हर गली-चौराहे पर चाट, मिठाइयाँ और पारंपरिक व्यंजन चखने को मिलेंगे। अगर आप यहाँ जाते हैं तो इन स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लें सकते हैं।
इसे भी पढ़े-
जनसंख्यकी (Demography)
जनसंख्या (2011 की जनगणना के अनुसार)
- कुल जनसंख्या: 15,81,810
- पुरुष: 8,45,856
- महिला: 4,85,954
जनसंख्या घनत्व: 484 प्रति व्यक्ति पर किलोमीटर
लिंगानुपात: 1000 पुरुष पर 830 महिलाएं
साक्षरता दर: 67.12%
ग्राम पंचायतें : 471
प्रमुख कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान
विश्वविद्यालय:
- Uttar Pradesh University of Medical Sciences
- College of Agriculture and Fisheries Etawah
- Baba Saheb Dr. Bhimrao Ambedkar College of Agricultural Engineering and Technology Etawah
- College of Fisheries Science and Research Centre Etawah
- General Degree College Etawah
- Karam Kshetra PG College Etawah
- Chaudhary Charan Singh Post Graduate College, Saifai Etawah
- Education College Etawah
- Government Women Panchayat Raj Degree College Etawah
- Chaudhary Sughar Singh Education Academy Etawah
- Polytechnic College Etawah
- Government Polytechnic, Etawah
- Other Major Institutes Etawah
- Government Girls Post Graduate College, Etawah
- Narayan College of Science and Arts Etawah
इन सभी के अलावा कई और भी कॉलेज और शिक्षण संस्थान है जिनके माध्यम से स्टूडेंट शिक्षा ग्रहण करते हैं और अपना भविष्य संवारते हैं।
History of Etawah: इस तरह इटावा उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण और प्रगतिशील जिला बन चुका है और लगातार प्रगति की ओर आगे बढ़ रहा है। इसके साथ यह देश के विकास में अपना भूतपूर्व योगदान भी दे रहा है।