विषयसूची
जहानाबाद जिले का सम्पूर्ण इतिहास
भौगोलिक और कृषि विशेषताएं
राजनीतिक परिदृश्य
प्रमुख घटनाएं (History of Jehanabad)
जहानाबाद जिले के दर्शनीय स्थल:
1. बर्बिगहा पहाड़ी
2. मखदूमपुर सूर्यमंदिर
3. हजरत बीबी कमाल की दरगाह
4. शेखाने पहाड़
5. उलाई जलप्रपात (Ulai Waterfall)
7. नागी-नकटी पक्षी अभयारण्य (नजदीकी स्थान)
प्रमुख कॉलेज शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय:
विकास कार्य:
जहानाबाद के छोटे और बड़े उद्योग:
1. कृषि आधारित उद्योग:
2. ईंट भट्टा उद्योग:
3. डेयरी और दुग्ध उत्पादन:
4. हथकरघा एवं हस्तशिल्प उद्योग:
5. फर्नीचर और लकड़ी उद्योग:
6. मत्स्य पालन उद्योग:
7. स्थानीय बाजार और व्यापार:
विकास की संभावनाएँ:
ये सभी भाषाएँ जहानाबाद में बोली जाती हैं:
जहानाबाद का जनसंख्या घनत्व कितना है?
जनसंख्या:
जनसंख्या घनत्व:
लिंगानुपात
साक्षरता दर:
विशेष:
History of Jehanabad: जहानाबाद जिला बिहार के प्रमुख जिलों में से एक है और इसका इतिहास बहुत प्राचीन है जो की मुगल काल से जुड़ा हुआ है। जहानाबाद जिला बिहार राज्य का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसका ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व रहा है। यह जिला मौर्यकालीन गुफाओं, मुगलकालीन इतिहास और समृद्ध कृषि परंपरा के लिए जाना जाता है।
History of Jehanabad
जहानाबाद का उल्लेख मौर्यकाल (322-185 ईसा पूर्व) की गुफाओं के संदर्भ में मिलता है, जो इसकी प्राचीनता को दर्शाता है। मुगलकाल में, भीषण अकाल के दौरान, सम्राट औरंगजेब ने जहांआरा मंडी की स्थापना की थी, जिससे इस क्षेत्र का नाम ‘जहांआराबाद’ पड़ा, जो बाद में ‘जहानाबाद’ के रूप में प्रसिद्ध हुआ। इतिहासकारों का मानना है कि इस अनाज मंडी की देखरेख औरंगजेब की बहन जहाआरा करती थी उसी से इसका नाम आगे चलकर जहानाबाद पड़ा। वही कहा जाता है कि मुगलकालीन अकबर के समय के इतिहासकार अबुल फजल ने आईने अकबरी में भी जहानाबाद का जिक्र किया है। 1 अगस्त 1986 को गया जिले से अलग करके जहानाबाद की स्थापना की गई| ऐसा बताया जाता है कि अतिवाद की समस्या से निपटने के लिए और विकास को बढ़ावा देने के लिए इस जिले की स्थापना की गई।
भौगोलिक और कृषि विशेषताएं
सोन, पुनपुन और फल्गु नदियों से सिंचित यह क्षेत्र ‘वाणभट्ट की धरती’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां चावल, गेहूं और मक्का की अच्छी पैदावार होती है, जिससे कृषि इस जिले की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है।
राजनीतिक परिदृश्य
जहानाबाद संसदीय क्षेत्र को राजनीतिक दृष्टिकोण से ‘हॉट सीट’ माना जाता है। यहां भूमिहार और यादव समुदायों का प्रमुख प्रभाव है, जबकि कुशवाहा, मुस्लिम और कुर्मी वोटर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वर्तमान में, इस क्षेत्र में चार विधानसभा सीटें हैं: जहानाबाद, घोसी, मखदुमपुर और अतरी। इनमें से तीन पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और एक पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का कब्जा है।
History of Jehanabad का प्रमुख घटनाएं
13 नवंबर 2005 को, जहानाबाद में एक बड़ी नक्सली घटना घटी, जब माओवादियों ने जिला जेल पर हमला कर 341 कैदियों को रिहा किया था। यह घटना बिहार में नक्सली गतिविधियों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी।
Tourist places of jehanabad
बिहार के जहानाबाद जिले में कुछ प्रमुख दर्शनीय स्थल और घूमने की जगहें हैं जो ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक महत्व रखती हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण स्थानों की सूची दी गई है:-
बर्बिगहा पहाड़ी (History of Jehanabad)

यह एक प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थल है जो ट्रेकिंग और पिकनिक के लिए प्रसिद्ध है।
मखदूमपुर सूर्यमंदिर
यह प्राचीन सूर्य मंदिर धार्मिक आस्था और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है।
Baba Koteshwarnath Dham

बाबा कोटेश्वरनाथ धाम बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र माना जाता है। सावन महीने और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में भक्त पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहां दर्शन करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह धाम न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी इसे विशेष बनाती है।
शेखाने पहाड़
यह जगह प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक आस्था के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से सुंदर नज़ारा देखने को मिलता है।
Ulai Waterfall
यह जलप्रपात जहानाबाद जिले के सबसे सुंदर प्राकृतिक स्थलों में से एक है, जो मॉनसून के दौरान और भी खूबसूरत दिखता है।
माघ मेला, जहानाबाद
यह माघ महीने में आयोजित होने वाला एक धार्मिक और सांस्कृतिक मेला है जो दूर-दूर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
नागी-नकटी पक्षी अभयारण्य (नजदीकी स्थान)

यह जहानाबाद के नजदीक स्थित एक सुंदर पक्षी अभयारण्य है, जो प्रकृति प्रेमियों और पक्षी देखने वालों के लिए आदर्श स्थान है। अगर आप जहानाबाद में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो ये स्थान आपके लिए बेहतरीन हो सकते हैं।
College, Education institutions and Universities
- SS College Jehanabad
- BBM College Jehanabad
- Kendriya Vidyalaya Jehanabad
- Jawahar Navodaya Vidyalaya Jehanabad
- Swami Sahajanand College Jehanabad
यह सभी प्रमुख विद्यालय और महाविद्यालय हैं जो जहानाबाद के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान करते हैं इसके अतिरिक्त, फरवरी 2025 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहानाबाद में एक नए चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल की स्थापना की घोषणा की है, जिससे जिले में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।इन संस्थानों के माध्यम से जहानाबाद जिले में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर विकास हो रहा है, जो छात्रों को विभिन्न शैक्षणिक अवसर प्रदान करता है।
विकास कार्य
हाल के वर्षों में, जहानाबाद और अरवल जिलों में विकास के कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए हैं। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पारा मेडिकल संस्थान, राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आईटीआई, जीएनएम संस्थान और कई सड़क एवं पुलों का निर्माण किया गया है। साथ ही, जहानाबाद में मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की स्थापना की योजना है।
Small and large industries of Jehanabad
बिहार के जहानाबाद जिले में मुख्य रूप से कृषि पर आधारित अर्थव्यवस्था देखने को मिलती है, लेकिन यहां कुछ छोटे और मध्यम स्तर के उद्योग भी विकसित हुए हैं।
कृषि आधारित उद्योग
- धान मिल (Rice Mills): चावल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए जिले में कई चावल मिलें स्थापित हैं।
- आटा मिल (Flour Mills): गेहूं की अच्छी पैदावार के कारण आटा और दाल मिलें भी प्रमुखता से चलती हैं।
- तेल मिल (Oil Mills): सरसों और अन्य तिलहन की खेती के कारण छोटे स्तर पर तेल मिलें भी मौजूद हैं।
ईंट भट्टा उद्योग
- जहानाबाद जिले में ईंट निर्माण का उद्योग बड़े पैमाने पर विकसित हुआ है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में कई ईंट-भट्टे हैं, जो स्थानीय रोजगार का बड़ा स्रोत हैं।
डेयरी और दुग्ध उत्पादन
- जिले में पशुपालन का प्रचलन अधिक है, जिससे दुग्ध उत्पादन एवं उससे जुड़े उद्योग जैसे घी, मक्खन और पनीर निर्माण को बढ़ावा मिला है।
हथकरघा एवं हस्तशिल्प उद्योग
- पारंपरिक हथकरघा उद्योग बहुत अधिक नहीं है, लेकिन स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्प से जुड़े कुछ व्यवसाय चलते हैं।
फर्नीचर और लकड़ी उद्योग
- जिले में लकड़ी के फर्नीचर बनाने की कई छोटी इकाइयाँ हैं, जो स्थानीय मांग को पूरा करती हैं।
मत्स्य पालन उद्योग
- जिले में कई जलाशय और तालाब हैं, जिससे मत्स्य पालन एक महत्वपूर्ण उद्योग बनता जा रहा है।
स्थानीय बाजार और व्यापार
- जहानाबाद में कपड़ा, किराना, इलेक्ट्रॉनिक्स, हार्डवेयर, और निर्माण सामग्री का व्यापार भी रोजगार का एक बड़ा जरिया है।
विकास की संभावनाएँ
हालांकि जहानाबाद में बड़े पैमाने के उद्योग कम हैं, लेकिन जिले में कुटीर उद्योग, कृषि प्रसंस्करण और डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने की बड़ी संभावनाएँ हैं।
Languages of Jehanabad
जहानाबाद जिला, जो बिहार राज्य में स्थित है, की प्रमुख भाषा मगही है। इसके अलावा, यहाँ के लोग हिंदी और उर्दू भी बोलते और समझते हैं। मगही भाषा इस क्षेत्र की पारंपरिक भाषा है और यह बिहार के कई अन्य जिलों में भी बोली जाती है। लेकिन सरकारी कार्यों, शिक्षा और प्रशासन में हिंदी का उपयोग अधिक होता है।
Population of Jehanabad
जनसंख्या:
- 2011 की जनगणना के अनुसार, जहानाबाद जिले की कुल जनसंख्या 11,25,313 थी।
- 2023 में अनुमानित जनसंख्या 13,89,086 थी, और 2025 में यह बढ़कर 14,89,086 होने का अनुमान है।
जनसंख्या घनत्व:
- 2011 में, जिले का जनसंख्या घनत्व 1,209 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था।
लिंगानुपात:
- 2011 की जनगणना के अनुसार, प्रति 1,000 पुरुषों पर 922 महिलाएं थीं।
साक्षरता दर:
कुल साक्षरता दर 66.80% थी, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 77.66% और महिला साक्षरता दर 55.01% थी। यह ध्यान देने योग्य है कि 2023 में जिले में परिवारों की संख्या में 33.29% की वृद्धि दर्ज की गई, जो जनसंख्या वृद्धि का संकेत देती है।
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विशेष:
History of Jehanabad: इन सभी पहलुओं के माध्यम से, जहानाबाद जिला बिहार के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस आधुनिक काल में जहानाबाद जिले ने विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया है।