विषयसूची
कानपुर जिले का ऐतिहासिक महत्व: अतीत की गवाही
प्राचीन काल (Anciant Period)
मध्यकाल (Medieval Period)
ब्रिटिश काल (British Period)
औद्योगिक क्रांति और स्वतंत्रता संग्राम
आधुनिक कानपुर
संस्कृति और धरोहर
कानपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major tourist places of Kanpur)
प्रमुख मंदिर:
अन्य धार्मिक स्थल:
प्रमुख उद्योग धंधे और कृषि (Major industries and agriculture)
1. प्रमुख उद्योग
2. प्रमुख कृषि उत्पाद
कानपुर जिले की जनसांख्यिकी: एक सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता
जनसंख्या और जनसंख्या घनत्व (2011 की जनगणना के अनुसार):
साक्षरता दर:
लिंगानुपात:
पंचायत और प्रशासनिक विभाजन:
कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान (College, University and Educationsl Institute)
विशेष:
History of Kanpur
History of Kanpur: कानपुर (Kanpur) उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जिला है और औद्योगिक शहर भी कहा जाता है। इसका इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक कई महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ा हुआ है।
कानपुर जिले का ऐतिहासिक महत्व: अतीत की गवाही
प्राचीन काल (Anciant Period)
कानपुर क्षेत्र का प्राचीन इतिहास महाभारत काल तक जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह क्षेत्र कर्णपुर (Karnapur) के नाम से जाना जाता था, जिसे कर्ण ने स्थापित किया था। एक मान्यता और भी है कि इस कानपुर शहर को हिंदू शासक हिंदू सिंह ने स्थापित किया था और इसे कानपुर भी कहा जाता है। इतना ही नहीं इस पूर्व का मैनचेस्टर भी कहा जाता है यह क्षेत्र गंगा नदी के किनारे बसा हुआ था, जो इसे एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र बनाता था।
मध्यकाल (Medieval Period)
मध्यकाल में यह क्षेत्र विभिन्न शासकों के अधीन रहा। पहले यह दिल्ली सल्तनत और फिर मुगल साम्राज्य के नियंत्रण में आया। मुगल काल में कानपुर एक महत्वपूर्ण सैनिक और व्यापारिक केंद्र बन गया था।
ब्रिटिश काल (British Period)
अंग्रेजों ने 1801 में नवाब वजीर अली शाह से यह क्षेत्र अपने नियंत्रण में ले लिया। 19वीं शताब्दी में कानपुर एक प्रमुख ब्रिटिश छावनी (military cantonment) बना। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में कानपुर का विशेष महत्व रहा, जहां नाना साहब पेशवा और तात्या टोपे के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ क्रांतिकारी संघर्ष हुआ। सती चौरा घाट की घटना और बीबीघर कांड इस संग्राम के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों में शामिल हैं।
औद्योगिक क्रांति और स्वतंत्रता संग्राम
19वीं और 20वीं शताब्दी में कानपुर औद्योगिक क्रांति का केंद्र बन गया। यहाँ कई बड़ी मिलें और कारखाने स्थापित हुए, जैसे एल्गिन मिल्स और लाल इमली। इसे “उत्तर भारत का मैनचेस्टर” भी कहा जाने लगा। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कानपुर में कई आंदोलनों और विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे क्रांतिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
आधुनिक कानपुर
स्वतंत्रता के बाद, कानपुर उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र बन गया। यहाँ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT Kanpur) और कई अन्य प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित हुए। हालांकि, 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में औद्योगिक गिरावट देखी गई, लेकिन अब कानपुर फिर से विकास की राह पर है। 1971 ई. में कानपुर देहात से होकर कानपुर जिला बना।
संस्कृति और धरोहर
कानपुर का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व भी बहुत है। यह उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक और सांस्कृतिक शहर है, जहाँ कई दर्शनीय और धार्मिक स्थल हैं। यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल और मंदिर निम्नलिखित हैं:
कानपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल (Major tourist places of Kanpur)
- फूलबाग (गणेश उद्यान) – यह कानपुर का एक ऐतिहासिक उद्यान है, जहाँ बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं।
- ब्लू वर्ल्ड थीम पार्क – यह एक बड़ा मनोरंजन पार्क है जिसमें वाटर राइड्स, थीम पार्क और एडवेंचर ज़ोन हैं।
- मोती झील – यह एक सुंदर झील है, जहाँ बोटिंग और पिकनिक के लिए लोग आते हैं।
- कानपुर जू (अल्फ्रेड पार्क या नाना राव पार्क) – उत्तर भारत का एक प्रमुख चिड़ियाघर, जहाँ विभिन्न प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं।
- ग्रीन पार्क स्टेडियम – यह एक प्रसिद्ध क्रिकेट स्टेडियम है जहाँ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैच होते हैं।
- जंगलेश्वर महादेव पार्क – यह एक सुंदर हरित क्षेत्र है, जो प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
- नाना राव पार्क – यह ऐतिहासिक पार्क 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ है।

प्रमुख मंदिर
- श्री राधा कृष्ण मंदिर (JK मंदिर) – यह कानपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे जे. के. ट्रस्ट द्वारा बनवाया गया था।
- हनुमान मंदिर (पंक्खी तीरथ) – यहाँ हनुमान जी की भव्य मूर्ति है और यह आस्था का प्रमुख केंद्र है।
- बिठूर (वाल्मीकि आश्रम और ब्रह्मावर्त घाट) – यह धार्मिक स्थल भगवान वाल्मीकि से जुड़ा हुआ है और गंगा घाटों के लिए प्रसिद्ध है।
- गुप्तारी हनुमान मंदिर – यह गंगा किनारे स्थित एक अद्भुत मंदिर है, जहाँ हनुमान जी की जलमग्न मूर्ति है।
- बड़ा देवी मंदिर –

यह कानपुर की कुलदेवी का मंदिर माना जाता है, जहाँ श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
- कमला रेतरी देवी मंदिर – यह एक प्राचीन मंदिर है जो शक्ति उपासकों के लिए प्रमुख स्थल है।
- शिवाला मंदिर – भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर धार्मिक पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
अन्य धार्मिक स्थल
- जैन ग्लास मंदिर – कांच से बना यह जैन धर्म का प्रसिद्ध मंदिर है।
- मस्जिद और चर्च – कानपुर में कई ऐतिहासिक मस्जिदें और चर्च भी हैं, जैसे कानपुर मेमोरियल चर्च।
कानपुर में घूमने और आस्था से जुड़ने के लिए ये सभी स्थान बेहद आकर्षक हैं।
प्रमुख उद्योग धंधे और कृषि (Major industries and agriculture)
History of Kanpur: कानपुर जिला उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक और कृषि क्षेत्र है। यहाँ विभिन्न उद्योगों और कृषि उत्पादों का विकास हुआ है।
प्रमुख उद्योग
कानपुर को उत्तर भारत का “मैनचेस्टर” भी कहा जाता है क्योंकि यह लंबे समय से औद्योगिक केंद्र रहा है। यहाँ निम्नलिखित प्रमुख उद्योग हैं:
चमड़ा और टैनरी उद्योग
- कानपुर भारत में चमड़ा उद्योग का बड़ा केंद्र है।
- जाजमऊ क्षेत्र में कई टैनरियाँ (चमड़ा शोधन कारखाने) हैं।
- यहाँ जूते, बेल्ट, बैग, जैकेट आदि बनाए जाते हैं।
कपड़ा और टेक्सटाइल उद्योग
- ब्रिटिश काल में स्थापित ‘एल्गिन मिल्स’ और ‘लाल इमली’ जैसे कपड़ा उद्योग प्रसिद्ध रहे हैं।
- सूती और ऊनी कपड़ों का निर्माण होता है।
रबर और प्लास्टिक उद्योग
- टायर, ट्यूब, प्लास्टिक उत्पाद आदि बनाए जाते हैं।
- डी.एन. रोड और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में ये फैक्ट्रियाँ मौजूद हैं।
इंजीनियरिंग और मशीनरी उद्योग
- यहाँ भारी मशीनरी, रेलवे उपकरण और ऑटोमोबाइल पार्ट्स बनाए जाते हैं।
- डी.एस.आई.डी.सी. (Delhi State Industrial Development Corporation) और पनकी औद्योगिक क्षेत्र इसके प्रमुख केंद्र हैं।
रासायनिक और उर्वरक उद्योग
- उर्वरक, कीटनाशक, डिटर्जेंट और अन्य रसायनों का उत्पादन होता है।
- कानपुर फर्टिलाइज़र एंड केमिकल्स लिमिटेड (KFCL) प्रमुख उर्वरक कंपनी है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- बिस्किट, तेल, मसाले, नमकीन आदि का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है।
- कानपुर में कई नामी बेकरी और खाद्य उत्पाद बनाने वाली कंपनियाँ हैं।
प्रमुख कृषि उत्पाद
कानपुर जिले में कृषि भी महत्वपूर्ण है, और यहाँ विभिन्न फसलें उगाई जाती हैं:
प्रमुख फसलें
- गेहूँ – मुख्यतः रबी की फसल के रूप में।
- चावल – खरीफ फसल के रूप में उगाया जाता है।
- मक्का और बाजरा – वर्षा आधारित क्षेत्रों में यह होता है ।
- चना, मटर और अरहर – दलहन फसलों के रूप में उगाया जाता है ।
- गन्ना – चीनी उद्योग के लिए महत्वपूर्ण फसल है ।
बागवानी और अन्य कृषि उत्पाद
- आम, अमरूद, केला, नींबू जैसे फल उगाए जाते हैं।
- सब्जियों में टमाटर, आलू, प्याज, भिंडी, लौकी आदि प्रमुख हैं।
- तिलहन में सरसों और मूँगफली का उत्पादन भी होता है।
कानपुर जिले की जनसांख्यिकी: एक सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता
History of Kanpur: कानपुर नगर जिले के बारे में निम्नलिखित जानकारी उपलब्ध है-
जनसंख्या और जनसंख्या घनत्व (2011 की जनगणना के अनुसार):
- कुल जनसंख्या: 45,81,268
- पुरुष: 24,59,806
- महिला: 21,21,462
- जनसंख्या घनत्व: 1,452 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
History of Kanpur साक्षरता दर
- कुल साक्षरता दर: 79.65%
- पुरुष साक्षरता: 83.62%
- महिला साक्षरता: 75.05%
लिंगानुपात
- प्रति 1,000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या: 862
पंचायत और प्रशासनिक विभाजन
- तहसीलों की संख्या: 4 (कानपुर नगर, बिल्हौर, घाटमपुर, नरवल)
- विकासखंड (ब्लॉक): 1
- कुल ग्राम पंचायतों की संख्या: 590
- नगर पालिका परिषद: 2 (बिल्हौर, घाटमपुर)
- नगर पंचायत: 2 (बिठूर, शिवराजपुर)
कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान (College, University and Educationsl Institute)
History of Kanpur: कानपुर अपने समृद्ध शैक्षणिक संस्थानों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रमुख कॉलेज, विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान निम्नलिखित हैं:
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कानपुर (IIT कानपुर): यह भारत के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में से एक है, जो उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और अनुसंधान के लिए जाना जाता है।
- हार्कोर्ट बटलर तकनीकी विश्वविद्यालय (HBTU): यह तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय है, जो विभिन्न इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
- छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU): पूर्व में कानपुर विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाने वाला यह विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
- चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय: यह विश्वविद्यालय कृषि और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान के लिए समर्पित है।
- गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (GSVM मेडिकल कॉलेज): यह कानपुर का प्रमुख मेडिकल कॉलेज है, जो चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
- डीएवी कॉलेज, कानपुर: 1919 में स्थापित यह कॉलेज कला, विज्ञान और वाणिज्य के विभिन्न पाठ्यक्रम प्रदान करता है और इसका स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
- क्राइस्ट चर्च कॉलेज: यह कानपुर का एक प्रमुख कॉलेज है, जो उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करता है।
- वीएसएसडी कॉलेज: यह कॉलेज भी कानपुर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में से एक है, जो विभिन्न विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
- नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट: यह संस्थान चीनी प्रौद्योगिकी और अनुसंधान के क्षेत्र में विशेषीकृत शिक्षा प्रदान करता है।
- डॉ. अंबेडकर प्रौद्योगिकी संस्थान (AITH): यह संस्थान विकलांग छात्रों के लिए तकनीकी शिक्षा में विशेषज्ञता प्रदान करता है।
इन संस्थानों के माध्यम से, कानपुर शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
विशेष:
कानपुर जिला अपने चमड़ा उद्योग, टेक्सटाइल, रासायनिक और इंजीनियरिंग उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है। साथ ही, यहाँ गेहूँ, चावल, गन्ना और अन्य फसलों की खेती भी होती है। यहाँ की अर्थव्यवस्था उद्योग और कृषि दोनों पर निर्भर करती है।
History of Kanpur: कानपुर का इतिहास वीरता, उद्योग और संस्कृति से भरपूर है। यह शहर न केवल औद्योगिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है बल्कि स्वतंत्रता संग्राम में भी इसकी प्रमुख भूमिका रही है। आज यह उत्तर प्रदेश के प्रमुख महानगरों में से एक है और व्यापार, शिक्षा एवं पर्यटन का केंद्र बना हुआ है।
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