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History of Lucknow: लखनऊ जिला उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला है और यह उत्तर प्रदेश की राजधानी होने के साथ-साथ ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसे नवाबों का शहर भी कहा जाता है। इसका इतिहास हजारों वर्षों पुराना है और विभिन्न शासकों, संस्कृतियों और परंपराओं से समृद्ध रहा है।
History of Lucknow: प्राचीन इतिहास
ऐसा माना जाता है कि लखनऊ की स्थापना भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने की थी, इसी कारण इसे पहले “लक्ष्मणपुर” कहा जाता था। कई प्राचीन ग्रंथों और लोककथाओं में इस क्षेत्र का उल्लेख मिलता है। ऐतिहासिक प्रमाण बताते हैं कि यह क्षेत्र प्राचीन कौशल राज्य का हिस्सा था, जिसका उल्लेख रामायण और महाभारत में भी मिलता है। लोगों का यह भी कहना है कि किसी प्रभावशाली व्यक्ति लखन के नाम पर भी इसे लखनऊ कहा जाता था हालांकि इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिलता है।
मध्यकालीन इतिहास (Medieval History)
मध्यकाल में लखनऊ पर दिल्ली सल्तनत और मुगलों का शासन रहा। 14वीं शताब्दी में यह क्षेत्र कई बार तुर्की और अफगान शासकों के अधीन रहा। बाद में मुगलों के समय लखनऊ का विकास हुआ और इसे एक प्रमुख प्रशासनिक केंद्र बनाया गया।
नवाबी काल 1722-1856 (Nawab Period)
लखनऊ का स्वर्ण युग नवाबी शासन के दौरान आया, जब यह अवध की राजधानी बना। नवाबों ने लखनऊ को कला, साहित्य, संगीत और वास्तुकला का केंद्र बना दिया।
- सआदत अली खान (1722) को अवध का पहला नवाब बनाया गया।
- असफ-उद-दौला (1775-1797) ने लखनऊ को राजधानी बनाया और कई प्रसिद्ध इमारतें बनवाईं, जैसे – बड़ा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा आदि।
- वाजिद अली शाह (1847-1856) लखनऊ के अंतिम नवाब थे, जिन्हें अंग्रेजों ने सत्ता से हटा दिया।
ब्रिटिश शासन 1856-1947 (British Rule)
1856 में अंग्रेजों ने अवध को अपने नियंत्रण में ले लिया, जिससे लखनऊ ब्रिटिश राज का एक प्रमुख केंद्र बन गया। 1857 की क्रांति में लखनऊ एक महत्वपूर्ण युद्धस्थल बना। बेगम हजरत महल ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। लखनऊ में रेजीडेंसी को घेरे जाने की घटना 1857 के विद्रोह का प्रमुख हिस्सा थी। इसके बाद, लखनऊ एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और शैक्षिक केंद्र बन गया। यहां कई संस्थान, रेलवे, और आधुनिक बुनियादी ढांचे का विकास हुआ।
स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्र भारत (Freedom struggle and Independent India )
लखनऊ स्वतंत्रता संग्राम में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा। 1916 में लखनऊ समझौता हुआ, जिसमें कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने एकता दिखाई। 1920 में महात्मा गांधी ने यहां कई आंदोलन चलाए। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में लखनऊ के स्वतंत्रता सेनानियों ने हिस्सा लिया। 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी बना और राजनीतिक व आर्थिक रूप से विकसित हुआ।
लखनऊ के प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थल ( Famous Tourist Place)
बड़ा इमामबाड़ा

- नवाब असफ-उद-दौला द्वारा 1784 में बनवाया गया।
- प्रसिद्ध भूलभुलैया (Labyrinth) और विशाल हॉल जो बिना किसी बीम या खंभे के बना है।
छोटा इमामबाड़ा
- 1838 में नवाब मोहम्मद अली शाह ने बनवाया।
- खूबसूरत झूमरों और इस्लामिक कला के लिए प्रसिद्ध।
रूमी दरवाजा
- लखनऊ का प्रसिद्ध प्रवेश द्वार, जिसे तुर्की की स्थापत्य कला के आधार पर बनाया गया।
- इसे “लखनऊ का गेटवे” भी कहते हैं।
अम्बेडकर मेमोरियल पार्क

- बसपा सरकार के दौरान बना एक विशाल स्मारक।
- इसमें संगमरमर की मूर्तियां, स्तूप और गैलरी हैं।
हजरतगंज मार्केट
- लखनऊ की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित मार्केट।
- शॉपिंग, कैफे और नवाबी खानपान का केंद्र।
जनेश्वर मिश्रा पार्क
- एशिया का सबसे बड़ा पार्क, गोमती नगर में स्थित है और यह झील, हरियाली और वॉकिंग ट्रैक के लिए प्रसिद्ध है।
गोमती रिवरफ्रंट
- गोमती नदी के किनारे विकसित सुंदर पर्यटक स्थल है और नाव की सवारी, साइक्लिंग और फव्वारों के लिए प्रसिद्ध है।
ला मार्टिनियर कॉलेज
- 1845 में बना एक ऐतिहासिक स्कूल है , जिसकी वास्तुकला बेहद सुंदर है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया म्यूजियम

- भारतीय मुद्रा और वित्तीय इतिहास की जानकारी के लिए एक अनोखा स्थान है।
कुकरेल फॉरेस्ट रिजर्व
प्रकृति प्रेमियों के लिए बेस्ट, जहाँ वन्यजीव, झीलें और एडवेंचर एक्टिविटीज़ मिलती हैं–
लखनऊ में घूमने के अलावा यहाँ का मशहूर टुंडे कबाब, कुल्फी, कचौड़ी, और मखन मलाई का स्वाद लेना भी अनिवार्य है!आज लखनऊ उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक, औद्योगिक और शैक्षिक राजधानी है। यह अपनी नवाबी तहज़ीब, चिकनकारी कढ़ाई, साहित्य, और खानपान (टुंडे कबाब, बिरयानी) के लिए प्रसिद्ध है। लखनऊ में गोमती नगर, अम्बेडकर पार्क, हजरतगंज, गोमती नदी फ्रंट जैसे आधुनिक विकास केंद्र भी हैं।
प्रमुख उद्योग-धंधे
चिकनकारी और हस्तशिल्प उद्योग
- लखनऊ की चिकनकारी कढ़ाई पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
- ज़री-जरदोज़ी, मूंगे-मोती के आभूषण और काष्ठकला भी लोकप्रिय हैं।
औद्योगिक क्षेत्र और फैक्ट्रियाँ
- आलमबाग, अमौसी, ट्रांसपोर्ट नगर और चौक में कई छोटे और बड़े उद्योग हैं।
- अमौसी औद्योगिक क्षेत्र में इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और रसायन से जुड़े उद्योग स्थापित हैं।
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) – रक्षा क्षेत्र से जुड़ी प्रमुख कंपनी है।
- टीपरा औद्योगिक क्षेत्र – कृषि यंत्र, खाद्य प्रसंस्करण और वस्त्र उद्योग केंद्रित है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग
- लखनऊ में पान मसाला, बेकरी उत्पाद, और मिठाई निर्माण के उद्योग प्रसिद्ध हैं।
- डेयरी उद्योग भी यहाँ काफी विकसित है।
आई.टी और सर्विस सेक्टर
- लखनऊ अब एक आई.टी हब के रूप में उभर रहा है।
- गोमती नगर और आसपास कई सॉफ्टवेयर कंपनियाँ, बीपीओ और स्टार्टअप्स स्थापित हो रहे हैं।
कृषि एवं फसले
लखनऊ में मुख्यतः गंगा-यमुना दोआब की उपजाऊ भूमि है, जो खेती के लिए अनुकूल है।
प्रमुख फसलें
- खरीफ फसलें– धान, मक्का, बाजरा, अरहर, मूंगफली।
- रबी फसलें– गेहूं, जौ, चना, सरसों, मसूर।
- जायद फसलें– मूंग, खरबूजा, तरबूज।
बागवानी एवं औषधीय खेती
- आम (दशहरी)– लखनऊ के मलिहाबाद क्षेत्र का दशहरी आम विश्व प्रसिद्ध है।
- गुलाब एवं फूलों की खेती– ककौली और काकोरी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर।
- औषधीय पौधे– तुलसी, एलोवेरा, अश्वगंधा आदि की खेती बढ़ रही है।
पशुपालन और दुग्ध उद्योग
लखनऊ में गाय-भैंस पालन बड़े स्तर पर किया जाता है। डेयरी फार्मिंग और पोल्ट्री फार्मिंग भी यहाँ खूब विकसित हो रही है।
जनसांख्यिकी (Demography)
- जनसंख्या: 2011 की जनगणना के अनुसार, लखनऊ जिले की कुल जनसंख्या 4,589,838 थी।
- जनसंख्या घनत्व: लखनऊ जिले का जनसंख्या घनत्व 1,815 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था।
- लिंगानुपात: लखनऊ जिले का लिंगानुपात 915 महिलाएँ प्रति 1,000 पुरुष था।
- साक्षरता दर: लखनऊ जिले की साक्षरता दर 77.29% थी, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 82.56% और महिला साक्षरता दर 71.27% थी।
पंचायतें: लखनऊ जिले में 2011 की जनगणना के अनुसार 808 ग्राम पंचायतें थीं।
प्रमुख कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान (Famous College, Univetsity and Educational Institute )
विश्वविद्यालय: (University )
- लखनऊ विश्वविद्यालय (University of Lucknow): सन् 1920 में स्थापित यह विश्वविद्यालय भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में से एक है। यह आवासीय विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित किया गया था और वर्तमान में इससे 178 कॉलेज संबद्ध हैं। हाल ही में, लखनऊ विश्वविद्यालय ने वेबमेट्रिक्स रैंकिंग 2024 में देश के शीर्ष 100 उच्च शिक्षण संस्थानों में 98वां स्थान और विश्वविद्यालयों में 47वां स्थान प्राप्त किया है।
- बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (BBAU): यह केंद्रीय विश्वविद्यालय अनुसंधान और उच्च शिक्षा के लिए जाना जाता है।
- राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (Dr. Ram Manohar Lohia National Law University): यह विधि शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान है।
- इंटीग्रल विश्वविद्यालय (Integral University): यह एक निजी विश्वविद्यालय है जो विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्रदान करता है।
- एमिटी विश्वविद्यालय (Amity University): यह एक प्रमुख निजी विश्वविद्यालय है जो लखनऊ में स्थित है।
चिकित्सा संस्थान
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (King George’s Medical University): यह उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख चिकित्सा विश्वविद्यालय है।
- संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS): यह एक सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान है।
- डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (Dr. Ram Manohar Lohia Institute of Medical Sciences): यह एक राज्य विश्वविद्यालय है जो एमबीबीएस, बीएससी नर्सिंग, डीएम, एमसीएच, एमडी और पीएचडी डिग्रियाँ प्रदान करता है।
तकनीकी और प्रबंधन संस्थान
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, लखनऊ (IIM Lucknow): यह भारत के प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक है।
- उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय (UPTU): यह राज्य का प्रमुख तकनीकी विश्वविद्यालय है।
अन्य प्रमुख कॉलेज
- डीएवी पीजी कॉलेज (DAV P.G. College): सन् 1919 में स्थापित यह कॉलेज लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध है और कला, विज्ञान और विधि में स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
- ला मार्टिनियर कॉलेज (La Martiniere College): यह एक प्रतिष्ठित स्कूल है जो अपनी उच्च शिक्षा गुणवत्ता के लिए जाना जाता है।
- कॉल्विन ताल्लुकेदार्स कॉलेज (Colvin Taluqdars’ College): यह लखनऊ का एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है।
- सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (City Montessori School): यह लखनऊ का एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है।
- गोबिंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज (Gobind Singh Sports College): यह एक आवासीय खेल कॉलेज है जो फुटबॉल, हॉकी, कुश्ती, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, तैराकी और कबड्डी में प्रशिक्षण प्रदान करता है।
भाषा: (Language)
लखनऊ में शुद्ध हिंदी के अलावा उर्दू भी बोली जाती है।
History of Lucknow: लखनऊ में हस्तशिल्प, चिकनकारी, औद्योगिक उत्पादन, और कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। यहाँ का आई.टी और स्टार्टअप सेक्टर भी तेजी से बढ़ रहा है। लखनऊ का इतिहास इसकी संस्कृति और समृद्ध विरासत को दर्शाता है, जिसने इसे “नवाबों का शहर” और “अदब और तहज़ीब की नगरी” बना दिया।
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