विषयसूची
History of Meerut District
History of Meerut: प्राचीन इतिहास
मध्यकालीन इतिहास (Medieval History)
आधुनिक इतिहास (Modern History)
वर्तमान समय (Current Time)
प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थल (Famous Tourist Place)
Meerut District Temples
अन्य दर्शनीय स्थल
प्रमुख उद्योग धंधे और कृषि (Industries and Agriculture)
प्रमुख उद्योग
खेल उद्योग
संगीत उपकरण उद्योग
हथकरघा और कपड़ा उद्योग
हथियार निर्माण
कृषि आधारित उद्योग
कृषि क्षेत्र
प्रमुख फसलें
बागवानी
पशुपालन
जनसांख्यिकी (Demography)
कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान College, University and Educational Institution
University
College
विशेष
History of Meerut District
History of Meerut: मेरठ ज़िला उत्तर प्रदेश राज्य का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जिला है। इसका इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक कई महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ा हुआ है। पुराने इतिहास की बात करें तो इसका हस्तिनापुर से नाता जुड़ा हुआ है और इसे माया का राष्ट्र भी कहा जाता है वही सिंधु सभ्यता की पुरानी अवशेष भी मेरठ में मिले हैं। आज मेरठ उत्तर प्रदेश का एक प्रगतिशील जिला है.
प्राचीन इतिहास
मेरठ का उल्लेख महाभारत में पाया जाता है। इसे पांडवों की राजधानी इंद्रप्रस्थ के निकट स्थित “मयराष्ट्र” या “मेरठ” के रूप में वर्णित किया गया है। यह क्षेत्र प्राचीन काल में महाजनपद काल के दौरान महत्वपूर्ण व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र था। कहा जाता है कि यह नगर राजा मय दानव द्वारा बसाया गया था, जो कि एक असुर राजकुमार थे।
मध्यकालीन इतिहास (Medieval History)
सातवीं शताब्दी में प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेनसांग ने मेरठ का उल्लेख किया था। 1192 ई. में मोहम्मद गोरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसे जीतकर दिल्ली सल्तनत में शामिल किया। मुगलों के शासनकाल में मेरठ एक महत्वपूर्ण सैन्य और व्यापारिक केंद्र बना रहा।
आधुनिक इतिहास (Modern History)
1857 की पहली स्वतंत्रता संग्राम की चिंगारी मेरठ से ही भड़की थी। 10 मई 1857 को यहां के सैनिकों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जो बाद में पूरे देश में फैल गया। 1806 में मेरठ को 1857 के विद्रोह के समय में छावनी के रूप में बनाया गया था। ब्रिटिश शासन के दौरान भी मेरठ का औद्योगिक और शैक्षिक विकास जारी रहा। स्वतंत्रता संग्राम में मेरठ की भूमिका अहम रही, और स्वतंत्रता के बाद यह उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र बन गया।
वर्तमान समय (Current Time)
आज मेरठ अपने खेल उद्योग (विशेष रूप से क्रिकेट के बल्ले और खेल उपकरणों के लिए), शिक्षा संस्थानों, सेना छावनी और कृषि उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। इसे “स्पोर्ट्स सिटी ऑफ इंडिया” भी कहा जाता है।
प्रमुख पर्यटन और दर्शनीय स्थल (Famous Tourist Place)
मेरठ, उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है। यहाँ कई धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं जो घूमने लायक हैं। प्रमुख मंदिर और दर्शनीय स्थल निम्नलिखित हैं:
Meerut District Temples

- औघड़नाथ मंदिर (काली पल्टन मंदिर) – यह मंदिर 1857 की क्रांति से जुड़ा है और इसे मेरठ का सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर माना जाता है।
- मुक्तेश्वर महादेव मंदिर – भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर श्रद्धालुओं के बीच बहुत लोकप्रिय है।
- श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर – यह जैन धर्म का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जिसकी भव्य वास्तुकला देखने लायक है।
- श्री श्याम मंदिर – खाटू श्याम जी का यह मंदिर भक्तों के बीच काफी प्रसिद्ध है।
- झुंझारपुर बालाजी धाम – हनुमान जी का यह मंदिर आध्यात्मिक शांति के लिए जाना जाता है।
अन्य दर्शनीय स्थल
- गांधी बाग – यह एक खूबसूरत गार्डन है जहाँ शाम के समय घूमने और शांति का आनंद लेने के लिए लोग आते हैं।
- शहीद स्मारक – 1857 की क्रांति के शहीदों की याद में बना यह स्मारक मेरठ के इतिहास से जुड़ा हुआ है।
- सुरजकुंड – एक प्राचीन तालाब और तीर्थस्थल, जिसे राजा सूरजमल ने बनवाया था।
- ड्रैगन वर्ल्ड वाटर पार्क – यह एक मनोरंजन स्थल है जो परिवार और बच्चों के लिए आदर्श है।
- हस्तिनापुर – मेरठ से करीब 35 किमी दूर यह स्थान महाभारत काल से जुड़ा है और जैन धर्म के तीर्थस्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है।
प्रमुख उद्योग धंधे और कृषि (Industries and Agriculture)
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में उद्योग, व्यापार और कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। यह जिला अपने खेल सामान, गन्ना उत्पादन और हथकरघा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
प्रमुख उद्योग
मेरठ का औद्योगिक क्षेत्र कई प्रकार के व्यवसायों और निर्माण कार्यों के लिए जाना जाता है, जिनमें प्रमुख हैं:
खेल उद्योग
- मेरठ भारत के सबसे बड़े खेल सामान निर्माण केंद्रों में से एक है।
- यहाँ क्रिकेट बैट, बॉल, हॉकी स्टिक, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन रैकेट और अन्य खेल उपकरणों का निर्माण बड़े पैमाने पर होता है।
- प्रमुख कंपनियाँ जैसे SG, SS, BDM, BAS आदि यहाँ स्थित हैं।
संगीत उपकरण उद्योग
मेरठ में बैंड-बाजे और संगीत उपकरणों का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है। यहाँ ढोल, नगाड़ा, तुरही, शहनाई और बैंड सेट का निर्माण होता है।
हथकरघा और कपड़ा उद्योग
मेरठ के साड़ी और कपड़ा उद्योग प्रसिद्ध हैं। यहाँ हाथ से बुनी हुई साड़ियों और अन्य वस्त्रों का उत्पादन किया जाता है।
हथियार निर्माण
मेरठ में हथियार और गोला-बारूद निर्माण का कार्य भी होता है, विशेषकर सरकारी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में।
कृषि आधारित उद्योग
- गन्ना मिलें और शुगर फैक्ट्री: गन्ना उत्पादन के कारण यहाँ कई चीनी मिलें स्थित हैं।
- डेयरी उद्योग: मेरठ में दूध और दुग्ध उत्पादों का व्यापार भी महत्वपूर्ण है।
कृषि क्षेत्र
मेरठ का कृषि क्षेत्र बहुत समृद्ध है और यहाँ कई प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं:
प्रमुख फसलें
- गन्ना: मेरठ उत्तर प्रदेश के प्रमुख गन्ना उत्पादक जिलों में से एक है। यहाँ कई चीनी मिलें भी हैं।
- गेहूं: यह मुख्य खाद्यान्न फसल है।
- धान: मेरठ में चावल की खेती भी बड़े स्तर पर होती है।
- आलू और सरसों: ये भी मेरठ की प्रमुख फसलें हैं।
बागवानी
आम, अमरूद और लीची जैसे फलों की बागवानी की जाती है। फूलों की खेती भी की जाती है, खासकर गेंदा और गुलाब।
पशुपालन
मेरठ में डेयरी फार्मिंग काफी विकसित है। यहाँ भैंस और गायों से दूध उत्पादन बड़े स्तर पर किया जाता है।
जनसांख्यिकी (Demography)
2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की जनसांख्यिकी विवरण निम्नलिखित हैं:
- कुल जनसंख्या: लगभग 3,443,689 है।
- जनसंख्या घनत्व: 1,346 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।
- साक्षरता दर: 72.84%, जो राज्य औसत 69.72% से अधिक है।
- लिंग अनुपात: प्रति 1,000 पुरुषों पर 886 महिलाएं, जो राज्य औसत 908 से कम है।
कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान (College, University and Educational Institution)
मेरठ जिला शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र है, जहां कई विश्वविद्यालय, कॉलेज और शिक्षण संस्थान स्थित हैं। प्रमुख संस्थानों में शामिल हैं:
University
- चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU): 1965 में स्थापित यह विश्वविद्यालय मेरठ के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में से एक है।
- सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय: यह विश्वविद्यालय कृषि और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेष शिक्षा प्रदान करता है।
College
- मेरठ कॉलेज: 1892 में स्थापित यह कॉलेज मेरठ के सबसे पुराने शैक्षणिक संस्थानों में से एक है और उच्च शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
- वैंकटेश्वरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस: यह समूह बी.एड, डी.फार्मा, बी.फार्मा, बी.टेक, एम.टेक, एमबीए, बीपीटी आदि पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
इसके अलावा, मेरठ जिले में लगभग 80 तकनीकी और व्यावसायिक कॉलेज, 150 शैक्षणिक कॉलेज और 2 मेडिकल कॉलेज हैं। साथ ही, 380 से अधिक स्कूल भी जिले में स्थित हैं। इन संस्थानों के माध्यम से मेरठ शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है, जो छात्रों को विविध शैक्षणिक और व्यावसायिक अवसर प्रदान करता है।
विशेष
History of Meerut: मेरठ और उत्तर प्रदेश का एक बहुत बड़ा और प्रसिद्ध जिला बन गया है इसके साथ ही यहाँ का खेल उद्योग, कृषि और डेयरी व्यवसाय इसे उत्तर भारत के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक और औद्योगिक केंद्रों में से एक बनाते हैं। यहाँ की अर्थव्यवस्था कृषि और उद्योग के संतुलित मेल पर आधारित है।
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