Monday, June 16, 2025
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History of Nawada: जिले का अद्भुत इतिहास: जानिए इसकी गौरवशाली विरासत…

History of Nawada: जो बिहार राज्य में स्थित है, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसका इतिहास प्राचीन काल से ही समृद्ध रहा है और यह कई महत्त्वपूर्ण राजवंशों, विद्वानों और घटनाओं से जुड़ा हुआ है। दरअसल नवादा जिला ‘नौ आबाद’ नाम से बना है जिसका मतलब नया शहर कहा जाता है वही पुराने इतिहास में इसे एलिअट मार्केट भी कहते हैं।वही इस जिले में ख़ुरी नदी बहती है जो नवादा जिले को दो भागों में बाँटती है जिसमें बाये क्षेत्र पुराना नवादा और दाहिने वाला क्षेत्र नया नवादा जिला कहलाता है।

History of Nawada

प्राचीन काल
  • नवादा क्षेत्र मगध साम्राज्य का एक हिस्सा था और यह मौर्य, गुप्त और पाल वंशों के शासन के अंतर्गत रहा।
  • भगवान बुद्ध और महावीर से जुड़े कई स्थान इस क्षेत्र के आसपास स्थित हैं, जिससे यह क्षेत्र बौद्ध एवं जैन धर्म के लिए भी महत्वपूर्ण रहा है।
  • नवादा जिले का उल्लेख महाभारत काल में भी मिलता है।
मध्यकालीन इतिहास
  • मध्यकाल में नवादा दिल्ली सल्तनत और मुगल शासन के अधीन था।
  • इस दौरान यह क्षेत्र अफगान और मुगलों के बीच संघर्ष का केंद्र भी बना रहा।
ब्रिटिश काल
  • ब्रिटिश शासन के दौरान नवादा बिहार के गया जिले का हिस्सा था। दरअसल नवादा जिले का इतिहास 1845 ई से शुरू होता है जब इसे गया जिले का उपखंड बनाया गया था फिर 26 जनवरी 1973 को इसे गया से अलग करके एक नया जिला बनाया गया।
  • स्वतंत्रता संग्राम के दौरान नवादा के कई स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संघर्ष किया। इस जिले में सर्वोदय आश्रम है जिसका उद्घाटन डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने किया था।

नवादा की संस्कृति

  • भूगोल: यह जिला पहाड़ियों और नदियों से घिरा हुआ है, खासकर सकरी नदी यहाँ बहती है।
  • उद्योग और व्यापार: कृषि यहाँ की मुख्य आजीविका है, साथ ही यहाँ लघु उद्योग भी विकसित हो रहे हैं। यहां का प्रमुख उद्योग विधि कारखाना और रेशम हथकरघा भी है
  • लोक संस्कृति: छठ पूजा, मकर संक्रांति और होली यहाँ की प्रमुख त्योहारों में से हैं, जो हर्षोल्लास से मनाए जाते हैं।

History of Nawada: नवादा जिले के प्रमुख धार्मिक और दर्शनीय स्थल

नवादा जिला, बिहार का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल है। यहाँ कई दर्शनीय और धार्मिक स्थल हैं, जो पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र हैं।

प्रमुख दर्शनीय और धार्मिक स्थल

1. प्रजातंत्र द्वार:

यह नवादा शहर के प्रवेश द्वार पर स्थित एक भव्य स्मारक है, जिसे लोकतंत्र के प्रतीक के रूप में बनाया गया है।

2. ककोलत जलप्रपात:

नवादा जिले में स्थित ककोलत जलप्रपात बिहार के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है। यह पर्यटन के लिए एक प्रमुख स्थान है, खासकर गर्मियों में जब लोग यहाँ पिकनिक मनाने आते हैं।

3. नारदीगंज का सूर्य मंदिर:

यह एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान सूर्य को समर्पित है। छठ पर्व के दौरान यहाँ भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

4. बाबा मखदूमेश्वर दरगाह:

यह दरगाह हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है और यहाँ हर धर्म के लोग आकर दर्शन करते हैं।

5. गोविंदपुर शिव मंदिर:

यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और सावन के महीने में यहाँ विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

6. हनुमानगढ़ी मंदिर, नवादा:

यह नवादा शहर में स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है, जहाँ भक्तों की बड़ी भीड़ दर्शन करने आती है।

7. सीतामढ़ी गुफा (गया सीमा के पास):

यह स्थल पौराणिक रूप से माता सीता से जुड़ा हुआ माना जाता है और यहाँ लोग दर्शन करने आते हैं।

8. बुद्ध मठ, हिसुआ:

यह एक ऐतिहासिक स्थल है जो बौद्ध धर्म से जुड़ा हुआ है। यहाँ शांत वातावरण और ऐतिहासिक महत्व के कारण पर्यटक आते हैं। यहां का भूतनी मठ बहुत ही प्रसिद्ध है और लोग इसे देखने आते हैं।

9. दुर्गा स्थान, वारसलीगंज:

यह एक प्रसिद्ध देवी दुर्गा मंदिर है, जहाँ नवरात्रि के दौरान भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।

10. सतगंगा धाम, रजौली:

यह एक प्राकृतिक और धार्मिक स्थल है, जहाँ सात छोटे-छोटे कुंड हैं और इसे पवित्र स्थान माना जाता है। इसके अलावा नालंदा में काकू काली मंदिर सो सराय जैन मंदिर भी प्रसिद्ध है। ये सभी स्थान नवादा जिले को ऐतिहासिक, धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाते हैं।

नवादा जिले की जनसंख्या, लिंग अनुपात, साक्षरता दर

नवादा जिले की जनसंख्या घनत्व, लिंग अनुपात और साक्षरता दर के संबंध में निम्नलिखित जानकारी आपको उपलब्ध कराते है:

जनसंख्या घनत्व:
  • 2011 की जनगणना के अनुसार: नवादा जिले का जनसंख्या घनत्व 890 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था।
  • 2023 के अनुमानित आंकड़ों के अनुसार: नवादा जिले की जनसंख्या लगभग 30,57,795 हो चुकी है, जिससे जनसंख्या घनत्व बढ़कर 1,226 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर हो गया है।
लिंग अनुपात:
  • 2011 की जनगणना के अनुसार: प्रति 1,000 पुरुषों पर 939 महिलाएं थीं।
साक्षरता दर:
  • 2011 की जनगणना के अनुसार: कुल साक्षरता दर 59.76% थी, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 69.98% और महिला साक्षरता दर 48.86% थी।
  • हालांकि, 2023 में हुई जातीय जनगणना के प्रारंभिक रुझानों के अनुसार, नवादा जिले की जनसंख्या 30 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है, लेकिन लिंग अनुपात और साक्षरता दर के नवीनतम आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।

नवादा जिले के प्रमुख कॉलेज विश्वविद्यालय और शिक्षण संस्थान

  1. एसएन सिन्हा कॉलेज
  2. के एल एस कॉलेज
  3. टी एस कॉलेज
  4. राजेंद्र मेमोरियल वूमेन’एस कॉलेज
  5. बैद्यनाथ कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन

नवादा जिले में और भी कई प्रमुख कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान स्थित हैं। इसके अलावा, नवादा जिले में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की स्थापना की योजना है, साथ ही रजौली अनुमंडल में एक डिग्री कॉलेज खोलने की भी घोषणा की गई है। लेकिन यह कब तक पूरा होगा इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। वर्तमान में, नवादा जिले में कोई विश्वविद्यालय स्थापित नहीं है। हालांकि, ये कॉलेज मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से संबद्ध हैं, जो इस क्षेत्र का प्रमुख विश्वविद्यालय है।

विशेष:

History of Nawada: अपने ऐतिहासिक महत्व, सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है और बिहार के प्रमुख जिलों में से एक है। आधुनिक दौर में यह काफी सुविधापूर्ण जिला भी बन गया है और यहां काफी विकास भी हुआ है।

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Raushan Singh
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I am a passionate blogger from Samastipur, Bihar. Since childhood, I had a desire to do something for my village, society and country, which I am trying to fulfill through "The Samastipur" platform. Please give your blessings to help roar.
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