Tuesday, April 29, 2025
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पटना का इतिहास, जानिए बिहार की राजधानी कैसे बनी ऐतिहासिक धरोहर…

History of Patna पटना का सम्पूर्ण इतिहास

History of Patna भारत के सबसे पुराने और ऐतिहासिक स्थलों में से एक है पटना, इसका इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक फैला हुआ है। पटना का इतिहास 2000 साल पुराना है और यह प्राचीन काल से ज्ञान और बुद्धि का केंद्र है।

प्राचीन इतिहास

पटना का प्राचीन नाम पाटलिपुत्र था। यह शहर गंगा, सोन, और गंडक नदियों के संगम पर स्थित है और प्राचीन काल से ही एक महत्वपूर्ण नगर रहा है। लगभग 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व में, मगध साम्राज्य के और हर्यक वंश के राजा अजातशत्रु ने इसकी स्थापना की थी। यह शहर बाद में नंद, मौर्य, शुंग, गुप्त और पाल वंशों का केंद्र बना। वही 17 वी शताब्दी में यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार का केंद्र बन गया जबकि 18वीं शताब्दी में मुगल राजकुमार अजीम उसशान ने पटना का नाम बदलकर अजीमाबाद कर दिया। पटना के बारे में कहा जाता है कि यहां के राजा पत्रक ने अपनी रानी पाटली के लिए जादू से पाटलिपुत्र को बसाया था। हालांके आज आधुनिक युग में पटना बिहार की राजधानी है और कई क्षेत्रों में आगे है। आईए आपको पटना के हर इतिहास के पन्ने के बारे में बताते हैं जिनमें प्रमुख है।

मौर्य और गुप्त काल

  • 17वीं सप्ताह शताब्दी में मौर्य वंश के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य ने पाटलिपुत्र को अपनी राजधानी बनाया और चंद्रगुप्त के शासनकाल में पाटलिपुत्र बहुत ही संपन्न प्रदेश था।
  • सम्राट अशोक के समय (3री शताब्दी ईसा पूर्व) यह नगर बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र बना और यहां कई स्तूप और मठ बनाए गए। बताया जाता है कि कलिंग युद्ध के बाद अशोक हृदय परिवर्तन हुआ और उसके बाद अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया और हर जगह बौद्ध मठ स्थापित किया जिसमें पाटलिपुत्र भी प्रमुख था।
  • गुप्त वंश (4-6वीं शताब्दी) के दौरान भी यह क्षेत्र विद्या, संस्कृति और प्रशासन का केंद्र रहा इस काल में इतनी उन्नति हुई जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता।

History of Patna मध्यकालीन इतिहास

गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद, पटना का महत्व कुछ कम हो गया, लेकिन पाल और शेरशाह सूरी के शासनकाल में इसे पुनः महत्व मिला। शेरशाह सूरी ने यहाँ एक किला बनवाया था और सड़क निर्माण को बढ़ावा दिया। इतिहासकारों का कहना है कि 11वीं शताब्दी में शेरशाह सूरी ने अपनी राजधानी बिहार शरीफ से हटकर पाटलिपुत्र कर ली थी।

History of Patna मुगल और ब्रिटिश काल

  • अकबर के शासन में पटना एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र बन गया। हालांकि मुगल काल में पटना को अजीमाबाद के नाम से जाना जाता था।
  • 1764 में बक्सर के युद्ध के बाद अंग्रेजों का इस क्षेत्र पर प्रभाव बढ़ा और यह ईस्ट इंडिया कंपनी का एक प्रमुख प्रशासनिक केंद्र बना।
  • 1912 में, जब बंगाल से बिहार अलग हुआ, तब पटना को बिहार की राजधानी घोषित किया गया।

आधुनिक काल

  • स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पटना एक महत्वपूर्ण क्रांतिकारी गतिविधियों का केंद्र था।
  • 1947 में भारत की आज़ादी के बाद, पटना बिहार का प्रमुख राजनीतिक, शैक्षणिक और औद्योगिक केंद्र बन गया।
  • आज पटना बिहार का सबसे बड़ा शहर और एक महत्वपूर्ण व्यापारिक, प्रशासनिक और सांस्कृतिक केंद्र है।

संस्कृति और धरोहर

  • गोलघर (ब्रिटिश कालीन अन्न भंडार)
  • हरमंदिर साहिब (पटना साहिब) (गुरु गोबिंद सिंह जी की जन्मस्थली)
  • कुम्हरार (प्राचीन मौर्य कालीन अवशेष)
  • अगम कुआँ (सम्राट अशोक से जुड़ा स्थल)
  • बुद्ध स्मृति पार्क (बौद्ध धर्म से संबंधित)

Patna के प्रमुख नाम

पटना के तीन नाम है दिन में पाटलिपुत्र पाटली ग्राम और कुसुमपुर।

Patna के प्रमुख विश्वविद्यालय

  • 1 पटना विश्वविद्यालय- पटना विश्वविद्यालय पटना का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय है और इसकी स्थापना 1 अक्टूबर 1917 में ब्रिटिश शासन काल में ही हुई थी।
  • चाणक्य राष्ट्रीय विश्वविद्यालय
  • नालंदा ओपन विश्वविद्यालय
  • आर्यभट्ट ज्ञान में विश्वविद्यालय
  • पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय
  • बिहार पशु विश्वविद्यालय
  • भारतीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
  • एमिटी विश्वविद्यालय
  • मौलाना मजहर हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय
  • दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय

पटना आने वाले प्रमुख विदेशी यात्री- पटना आने वाले प्रमुख विदेशी यात्रियों में चीनी यात्री फाह्यान,व्हेन सांग, इत्सिग, ईरानी यात्री अब्दुल लतीफ, मुल्ला बह बहानी और फ्रांसीसी व्यापारी जॉ बपतिस्ते टै वेरनियर हैं। उनके आने का इतिहास प्राचीनतम इतिहास के किताबों में दर्ज है।

पटना के अंदर आने जिले

Patna एक प्रमंडल है जिसमें 6 जिले हैं इनमें पटना नालंदा, भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर है।

विशेष

आज पटना तेजी से विकसित हो रहा है और यह बिहार की राजनीति, शिक्षा और व्यापार का मुख्य केंद्र बना हुआ है। आज 2025 की बात करें तो पटना बेहद आधुनिक और हर तरह से संपन्न जिला बन चुका है और यहां विकास कार्य बहुत तेजी से हो रहा है हालांकि पटना के प्राचीनतम इतिहास के बारे में जो भी चीज़े दर्ज है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता और यह अपने प्राचीनतम संस्कृति को आज भी दर्शा रहा है।

Raushan Singh
Raushan Singhhttp://thesamastipur.in
I am a passionate blogger from Samastipur, Bihar. Since childhood, I had a desire to do something for my village, society and country, which I am trying to fulfill through "The Samastipur" platform. Please give your blessings to help roar.
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