विषयसूची
History of Raebareli
History of Raebareli प्राचीन इतिहास
मध्यकालीन इतिहास (Medieval History)
ब्रिटिश काल (British Rule)
History of Raebareli स्वतंत्रता संग्राम के बाद
संस्कृति और विरासत
Famous tourist place of Raebareli
Raebareli का प्रमुख उद्योग धंधे और कृषि
History of Raebareli का कुछ अन्य बातें
History of Raebareli
रायबरेली उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक जिलों में से एक है। इसका इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है और यहाँ कई ऐतिहासिक घटनाएँ घटी हैं। इस जिले का नाम बरेली नामक एक राही (यात्री) या राजा रई के नाम पर पड़ा, जिससे इसे रायबरेली कहा गया, रायबरेली को बरौली या भरौली के नाम से भी जाना जाता था और बाद में 1858 ईस्वी में इसका नाम रायबरेली पड़ा. रायबरेली लखनऊ मंडल के अंतर्गत आता है।
History of Raebareli प्राचीन इतिहास
Raebareli का इतिहास वैदिक काल से जुड़ा हुआ है। महाभारत काल में यह क्षेत्र कुरु वंश के अंतर्गत आता था। कहा जाता है कि पांडवों के वनवास के दौरान वे इस क्षेत्र में भी आए थे। यह क्षेत्र कोशल राज्य का हिस्सा भी रहा है, जिसकी राजधानी अयोध्या थी।
मध्यकालीन इतिहास (Medieval History)
रायबरेली पर पहले गुप्त वंश और बाद में मौर्य वंश का शासन रहा। 12वीं शताब्दी में इस क्षेत्र पर दिल्ली सल्तनत का शासन स्थापित हुआ। मुगलों के शासनकाल में रायबरेली का विकास हुआ और यहाँ कई इमारतें और मस्जिदें बनाई गईं। अकबर के शासनकाल में इसे एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक इकाई बनाया गया।
ब्रिटिश काल (British Rule)
1857 के स्वतंत्रता संग्राम में रायबरेली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। रायबरेली के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया था, जिसमें कई क्रांतिकारी शहीद हुए। ब्रिटिश शासन के दौरान रायबरेली एक प्रशासनिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ।
History of Raebareli स्वतंत्रता संग्राम के बाद
भारत की स्वतंत्रता के बाद रायबरेली एक प्रमुख राजनीतिक केंद्र बन गया। यहाँ के निवासी इंदिरा गांधी के राजनीतिक करियर से रायबरेली को विशेष पहचान मिली। रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से इंदिरा गांधी और उनके परिवार के कई सदस्य चुनाव जीतते रहे हैं।
संस्कृति और विरासत
रायबरेली की सांस्कृतिक विरासत समृद्ध है। यहाँ की प्रमुख बोलियाँ अवधी और हिंदी हैं। जिले में कई ऐतिहासिक स्थल, मंदिर, मस्जिद और महल स्थित हैं।
Famous tourist place of Raebareli
इंदिरा गांधी स्मारक
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से जुड़ा एक ऐतिहासिक स्थल है,जो इंदिरा गांधी के योगदान को दर्शाता है।

बेहटा ब्रिज

एक पुराना और ऐतिहासिक पुल, जो सुंदर प्राकृतिक दृश्य प्रस्तुत करता है।
समसपुर पक्षी विहार

एक प्रसिद्ध पक्षी अभयारण्य, जहां विभिन्न प्रजातियों के पक्षी देखे जा सकते हैं। यह पक्षी अभयारण्य देश-विदेश के पक्षी प्रेमियों के लिए प्रसिद्ध है |
डलमऊ किला

ऐतिहासिक किला, जो गंगा नदी के किनारे स्थित है और ऐतिहासिक महत्व रखता है।
महेश विलास पैलेस
ऐतिहासिक महल, जो स्थापत्य कला का सुंदर उदाहरण है।
हनुमान मंदिर (डलमऊ)
धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र, जहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
जायस तीर्थस्थल
ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थल।
गंगा नदी तट
प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध स्थान, जहां सैर और ध्यान के लिए लोग आते हैं।
बेला भीमसेन का किला
इसे राजा भीमसेन ने बनवाया था।
रायबरेली किला
मुगलकालीन इस किले का ऐतिहासिक महत्व है।
Raebareli का प्रमुख उद्योग धंधे और कृषि
रायबरेली ज़िला, उत्तर प्रदेश, ऐतिहासिक रूप से एक औद्योगिक केंद्र रहा है, और यहां सरकार ने आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना इंडियन टेलिफोन इंडस्ट्री और नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन की स्थापना की और क्षेत्र में काफी नृत्य की है लेकिन कई उद्योग बंद हो गए हैं। उदाहरण के लिए, 1975 में स्थापित ‘यूपी स्टेट स्पिनिंग कंपनी’ को 2012 में बंद कर दिया गया था, जिससे 450 कर्मचारी प्रभावित हुए थे। इसी प्रकार, ‘नंदनगंज सिरोही शुगर मिल’ भी दो वर्षों से बंद है, जिससे 800 कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं।
कृषि के क्षेत्र में, रायबरेली के शिवगढ़ का रीवां गांव गुलाब की खेती के लिए प्रसिद्ध है। यहां 1969 में रामपाल ने गुलाब की खेती की शुरुआत की थी, और अब उनके पुत्र शिवनारायण इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसमें 350 से अधिक किस्मों के गुलाब हैँ। इसके अलावा यहां धान,गेहूं,ज्वार, मटर सरसों चना की खेती की जाती है।
वैसे किसानों की आय बढ़ाने के लिए, जिले में एक और कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) खोलने की स्वीकृति मिली है, जो आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इसके अलावा, जनवरी 2025 में शिवगढ़ में शहद उत्कृष्टता केंद्र का शिलान्यास किया गया है, जो मधुमक्खी पालन के माध्यम से किसानों और युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा। इन पहलों का उद्देश्य जिले में कृषि और संबंधित गतिविधियों के माध्यम से आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना है।
History of Raebareli का कुछ अन्य बातें
2011 की जनगणना के अनुसार, उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले की जनसंख्या घनत्व 739 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर था। जिले का लिंगानुपात 943 महिलाएं प्रति 1,000 पुरुष था। साक्षरता दर 67.25% थी, जिसमें पुरुष साक्षरता 77.63% और महिला साक्षरता 56.29% थी। रायबरेली का इतिहास गौरवशाली रहा है, जहाँ स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आधुनिक राजनीति तक इसका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
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