Sunday, June 15, 2025
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History of Saharsa: जानें प्रमुख घटनाएं और विरासत की कहानी…

History of Saharsa: सहरसा जिला बिहार राज्य के कोसी क्षेत्र में स्थित है और इसका एक समृद्ध ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व है। सरस को मिथिला का हिस्सा भी माना गया है और ऐसी मान्यता है कि यह राजा जनक से जुड़ा है। यह जिला अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति, कोसी नदी के प्रभाव, और ऐतिहासिक घटनाओं के कारण जाना जाता है।

History of Saharsa

प्राचीन काल

सहरसा का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र महाजनपद काल में अंग महाजनपद का हिस्सा था। महाभारत और अन्य प्राचीन ग्रंथों में भी इस क्षेत्र का उल्लेख मिलता है। यह माना जाता है कि भगवान बुद्ध के समय में यह क्षेत्र बौद्ध धर्म के प्रभाव में था, और यहाँ बौद्ध मठों का अस्तित्व था।

मध्यकालीन इतिहास

मध्यकाल में यह क्षेत्र विभिन्न राजवंशों के शासन में रहा, जिनमें पाल वंश, सेन वंश और बाद में दिल्ली सल्तनत एवं मुगलों का प्रभाव देखने को मिला। इस दौरान यहाँ इस्लामिक शासन का विस्तार हुआ, लेकिन स्थानीय हिंदू प्रभाव भी बना रहा।

ब्रिटिश शासन काल

अंग्रेजों के शासन के दौरान सहरसा क्षेत्र भागलपुर जिले का हिस्सा था। 1864 में इसे “सहरसा अनुमंडल” का दर्जा मिला। 20वीं शताब्दी के दौरान, यह इलाका भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा।

History of Saharsa: स्वतंत्रता के बाद

सहरसा का भौगोलिक और सांस्कृतिक महत्व

  • भौगोलिक स्थिति: सहरसा बिहार के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित है और कोसी नदी के किनारे बसा हुआ है, कोसी नदी को “बिहार का शोक” भी कहा जाता है, क्योंकि यह यहाँ अक्सर बाढ़ लाती है।
  • संस्कृति और परंपरा: यहाँ की संस्कृति मिथिला और कोसी क्षेत्र की मिश्रित परंपराओं को दर्शाती है। यहाँ मिथिलांचल की भाषा, मैथिली, व्यापक रूप से बोली जाती है।
  • त्योहार: छठ पूजा, दुर्गा पूजा, होली, दीपावली, ईद आदि त्योहार यहाँ धूमधाम से मनाए जाते हैं।
  • शिक्षा और प्रसिद्ध लोग: सहरसा ने कई विद्वान और समाजसेवी दिए हैं। यहाँ के प्रसिद्ध व्यक्तियों में फणीश्वरनाथ रेणु, जिन्होंने “मैला आँचल” उपन्यास लिखा, शामिल हैं।

विकास और चुनौतियाँ

Places to visit in Saharsa District

ugrataara sthaan Bihar

सहरसा जिले का जनसंख्या घनत्व

सहरसा जिला, बिहार राज्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 2011 की जनगणना के अनुसार, सहरसा की कुल जनसंख्या 1,900,661 थी, जिसमें 997,174 पुरुष और 903,487 महिलाएँ शामिल थीं।

  • लिंगानुपात: प्रति 1,000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 906 थी, जो राज्य के औसत लिंगानुपात 918 से थोड़ा कम है।
  • साक्षरता दर: जिले की कुल साक्षरता दर 53.20% थी। पुरुष साक्षरता दर 63.56% और महिला साक्षरता दर 41.68% थी, जो राज्य में सबसे कम महिला साक्षरता दरों में से एक है।
  • धार्मिक जनसंख्या: जिले में हिंदू धर्मावलंबियों की संख्या 1,629,254 (85.72%) और मुस्लिम समुदाय की संख्या 266,620 (14.03%) थी।

History of Saharsa: विशेष

सहरसा जिला बिहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है इसके साथ ही अपने सम्मिलित परंपरा प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। हालांकि इस शहर को कोसी की बाढ़ के चपेट से बचना जरूरी है।

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Raushan Singh
Raushan Singhhttp://thesamastipur.in
I am a passionate blogger from Samastipur, Bihar. Since childhood, I had a desire to do something for my village, society and country, which I am trying to fulfill through "The Samastipur" platform. Please give your blessings to help roar.
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