विषयसूची
शेखपुरा का समृद्ध इतिहास प्राचीन काल से लेकर आज तक
आस्था और भक्ति का केंद्र शेखपुरा के दर्शनीय स्थल:
शेखपुरा में कृषि और उद्योग के बीच संतुलन क्षेत्रीय विकास की राह:
कृषि:
उद्योग:
कॉलेज शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय: (Colleges Educational Institutions and Universities)
कॉलेज:
सूचना संस्थान:
विद्यालय:
शेखपुरा की मुख्य भाषा हिंदी और मगही का संगम:
शेखपुरा का जनसंख्या घनत्व अब नई ऊंचाई पर:
विशेष:
शेखपुरा का समृद्ध इतिहास प्राचीन काल से लेकर आज तक
History of Sheikhpura: शेखपुरा जिला बिहार के 38 जिलों में से एक है और इसका इतिहास वर्षों पुराना रहा है , इसका गठन 31 जुलाई 1994 को मुंगेर जिला से अलग होकर किया गया था। इसका मुख्यालय शेखपुरा शहर में स्थित है। प्राचीन काल में कहा जाता है कि पार्लर शासन काल में शेखपुरा प्रमुख प्रशासनिक केंद्रो में से एक था.
ऐतिहासिक दृष्टिकोण से, शेखपुरा का उल्लेख महाभारत काल से मिलता है। कहा जाता है कि पांडव भीम ने यहाँ की हिडिम्बा नामक राक्षसी से विवाह किया था, जिनसे घटोत्कच का जन्म हुआ। इससे संबंधित गिरिहिंडा पहाड़ी आज भी यहाँ स्थित है।
History of Sheikhpura: लगभग छह सौ वर्ष पूर्व, सूफी संत हजरत मखदूम शाह शोभ रहमतुल्लाह अलेह ने शेखपुरा शहर की स्थापना की थी। उन्होंने घने जंगलों को साफ कर यहाँ बसावट की शुरुआत की, जिससे यह क्षेत्र घनी आबादी वाला बन गया।
मुगल काल में शेखपुरा को थाना का दर्जा मिला, जबकि ब्रिटिश शासन के दौरान इसे ‘बड़ी कोतवाली’ कहा गया। स्वतंत्रता के बाद, इसे ब्लॉक का दर्जा प्राप्त हुआ। 14 अप्रैल 1983 को शेखपुरा को अनुमंडल बनाया गया, और 31 जुलाई 1994 को यह एक स्वतंत्र जिला बन गया।
आस्था और भक्ति का केंद्र शेखपुरा के दर्शनीय स्थल:
शेखपुरा जिला, बिहार राज्य में स्थित, अपने धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं:
- सामस विष्णुधाम मंदिर: बरबीघा थाना क्षेत्र के सामस गाँव में स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यहाँ स्थापित 7 फीट 6 इंच ऊँची प्रतिमा पाल काल की मानी जाती है और इसे उत्तर भारत का तिरुपति कहा जाता है।
- कामेश्वरनाथ शिव मंदिर:

शेखपुरा शहर के गिरिहिंडा पहाड़ की चोटी पर स्थित यह प्राचीन शिव मंदिर महाभारत काल से संबंधित है। मान्यता है कि महाबली भीम ने यहाँ शिवलिंग की स्थापना की थी। पहाड़ की चोटी से प्राकृतिक दृश्य अत्यंत मनोरम हैं।
- गवय गाँव का विष्णु मंदिर: शेखपुरा से लगभग 8 किलोमीटर दूर गवय गाँव में भगवान विष्णु की 8 फुट 8 इंच ऊँची काले ग्रेनाइट की प्रतिमा स्थापित है, जो देश की सबसे बड़ी खड़ी मुद्रा में विष्णु प्रतिमा मानी जाती है।
इन धार्मिक स्थलों के अलावा, शेखपुरा की प्राकृतिक सुंदरता और पहाड़ी क्षेत्र पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहाँ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व इसे एक विशेष पर्यटन स्थल बनाते हैं।
शेखपुरा में कृषि और उद्योग के बीच संतुलन क्षेत्रीय विकास की राह:
History of Sheikhpura: शेखपुरा जिला, बिहार का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जहां कृषि और लघु उद्योग दोनों का विशेष महत्व है।
कृषि:
शेखपुरा जिले में कृषि विभाग ने इस वर्ष रबी, दलहन और तिलहन फसलों की बुआई के लिए 43,200 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया है। किसानों को पारंपरिक खेती के बजाय आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। इसके अतिरिक्त, मिर्च की खेती भी किसानों के बीच लोकप्रिय हो रही है, हालांकि उन्हें उचित सरकारी सहायता की आवश्यकता है।
उद्योग:
शेखपुरा जिले में बड़े उद्योगों की संख्या सीमित है, लेकिन लघु उद्योगों का विकास हो रहा है। उदाहरण के लिए, एक ही कमरे में तीन लघु उद्योग संचालित करने वाले माचू जी की कहानी प्रेरणादायक है। इसके अलावा, लगभग 2 करोड़ रुपये की लागत से एक गारमेंट्स कारखाने का उद्घाटन किया गया है, जिससे सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। जिले में पत्थर खनन उद्योग भी सक्रिय है, जो डीजल खपत में वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।
कुल मिलाकर, शेखपुरा जिले में कृषि और लघु उद्योगों के माध्यम से आर्थिक विकास की संभावनाएं बढ़ रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और आय के नए अवसर मिल रहे हैं।
कॉलेज शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय: (Colleges Educational Institutions and Universities)
शेखपुरा जिले में निम्नलिखित प्रमुख शैक्षणिक संस्थान स्थित हैं:
कॉलेज:
- राजेंद्र प्रसाद सिंह कॉलेज (आरडी कॉलेज), शेखपुरा: यह कॉलेज स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर शिक्षा प्रदान करता है। हाल ही में, इसे हिंदी, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और भूगोल विषयों में पीजी की पढ़ाई की स्वीकृति मिली है।
- एसकेआर कॉलेज, बरबीघा: यह कॉलेज स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों स्तरों पर शिक्षा प्रदान करता है। इसे हाल ही में इतिहास, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और वाणिज्य में पीजी की पढ़ाई की स्वीकृति मिली है।
- संजय गांधी स्मारक महिला कॉलेज, शेखपुरा:

यह महिला कॉलेज स्नातक स्तर की शिक्षा प्रदान करता है। मुंगेर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. श्यामा राय ने हाल ही में इस कॉलेज का निरीक्षण किया और शैक्षणिक सुविधाओं का जायजा लिया।
- सरदार पटेल मेमोरियल कॉलेज, शेखपुरा: यह कॉलेज भी स्नातक स्तर की शिक्षा प्रदान करता है और क्षेत्र में उच्च शिक्षा के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सूचना संस्थान:
History of Sheikhpura: शेखपुरा जिले में विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित संस्थानों की जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, उपरोक्त कॉलेजों में कंप्यूटर साइंस और आईटी से संबंधित पाठ्यक्रम उपलब्ध हो सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए संबंधित कॉलेजों की आधिकारिक वेबसाइट या प्रशासन से संपर्क किया जा सकता है।
विद्यालय:
शेखपुरा जिले में कई सरकारी और निजी विद्यालय हैं जो प्राथमिक से उच्च माध्यमिक स्तर तक की शिक्षा प्रदान करते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख विद्यालय हैं:
- जवाहर नवोदय विद्यालय, शेखपुरा: यह केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के तहत संचालित एक प्रतिष्ठित विद्यालय है जो ग्रामीण क्षेत्रों के मेधावी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करता है।
- केन्द्रीय विद्यालय, शेखपुरा: यह विद्यालय केंद्रीय विद्यालय संगठन के तहत संचालित होता है और केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करता है।
- शेखपुरा हाई स्कूल: यह एक सरकारी उच्च विद्यालय है जो क्षेत्र के छात्रों को माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा प्रदान करता है।
उपरोक्त संस्थान शेखपुरा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं और छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक हैं।
शेखपुरा की मुख्य भाषा हिंदी और मगही का संगम:
Sheikhpura ज़िले की प्रमुख भाषा हिंदी और मगही है। इसके अलावा, लोग अंगिका और मैथिली भी बोलते हैं, लेकिन मुख्य रूप से मगही भाषा का अधिक प्रभाव देखा जाता है। रोज़मर्रा की बातचीत में स्थानीय बोलियों का मिश्रण भी मिलता है।
शेखपुरा का जनसंख्या घनत्व अब नई ऊंचाई पर:
2011 की जनगणना के अनुसार, शेखपुरा जिले की जनसंख्या 6,36,342 थी। जिले का क्षेत्रफल 689 वर्ग किलोमीटर है, जिससे जनसंख्या घनत्व लगभग 924 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर होता है। लिंग अनुपात प्रति 1000 पुरुषों पर 930 महिलाएं है। साक्षरता दर 63.86% है, जिसमें पुरुष साक्षरता दर 73.56% और महिला साक्षरता दर 53.40% है।
विशेष:
History of Sheikhpura: शेखपुरा जिला अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है, जो इसे बिहार के महत्वपूर्ण जिलों में शामिल करता है।
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